Prestige Estates Shares: रियल एस्टेट डेवलपर प्रेस्टिज एस्टेट्स ने क्वालिफाईड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (QIP) के जरिए 5 हजार करोड़ रुपये जुटा लिए हैं। कंपनी ने यह इश्यू 29 अगस्त को लॉन्च किया था और इसके तहत कंपनी ने 1755.9 रुपये के भाव में प्राइवेट प्लेसमेंट के जरिए इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स को शेयर बेचे हैं। इसे देखते हुए वैश्विक ब्रोकरेज सीएलएसए ने इसे आउटपरफॉर्म रेटिंग दी है और टारगेट प्राइस बढ़ा दिया है। ब्रोकरेज के मुताबिक इस फंड से कंपनी के रेजिडेंशियल और एन्यूटी बिजनेसेज को बढ़ाने में मदद मिलेगी जिससे शेयरों को भी तगड़ा सपोर्ट मिलेगा। फिलहाल BSE पर यह 1781.10 रुपये के भाव (5 सितंबर का क्लोजिंग प्राइस) पर है।
CLSA ने क्यों बढ़ाया Prestige Estates का टारगेट प्राइस
कंपनी की फंड जुटाने की योजना को शेयरहोल्डर्स ने जुलाई में मंजूरी दे दी थी। फिर 29 अगस्त को QIP इश्यू खुला था। बोर्ड ने 1674 रुपये के भाव पर 2.98 करोड़ इक्विटी शेयर जारी करने की मंजूरी दी थी। बाद में इस इश्यू के लिए पैनल ने फ्लोर प्राइस 1,755.09 रुपये पर फिक्स किया। ब्रोकरेज के मुताबिक प्रेस्टिज एस्टेट्स ने क्यूआईपी के जरिए 5 हजार करोड़ रुपये जुटा लिए हैं जिससे इसके रेजिडेंशियल और एन्यूटी, दोनों कारोबार को अच्छा सपोर्ट मिलेगा। ब्रोकरेज का मानना है कि इससे बाजार की यह चिंता दूर होगी कि ग्रोथ नहीं दिख रही है। इसके अलावा बढ़ते कर्ज से जुड़ी चिंता भी हल्की होगी जिसके चलते इसके शेयरों की फिर से रेटिंग की जरूरत पड़ी। सीएलएसए ने इसे 2380 रुपये के टारगेट प्राइस आउटपरफॉर्म रेटिंग दी है।
प्रेस्टिज एस्टेट्स की कैसी है कारोबारी सेहत?
देश की दिग्गज रियल एस्टेट डेवलपर प्रेस्टिज एस्टेट्स की मौजूदगी 6 बड़े शहरों के साथ-साथ कुछ और शहरों में भी है। अगल-अलग सेगमेंट्स में इसके पास अभी 108 प्रोजेक्ट्स हैं जो या तो चल रहे हैं या शुरू होने वाले हैं। वित्त वर्ष 2024 के बिजनेस पोर्टफोलियो के मुताबिक इसने 150 रेजिडेंशियल प्रोजेक्ट्स पूरे कर दिए हैं। अबी इसके 37 प्रोजेक्ट्स चल रहे हैं और 30 पर योजना तैयार हो रही है। वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही अप्रैल-जून 2024 में इसकी बिक्री 3030 करोड़ रुपये रही। अपार्टमेंट, विला और कॉमर्शियल स्पेसेज के लिए इसका औसतन रियलाइजेशन बढ़कर प्रति स्क्वॉयर फीट 11,934 करोड़ रुपये और प्लॉट के लिए 7,285 रुपये पर पहुंच गया।