इंडियन एनर्जी एक्सचेंज के शेयर का प्राइस पिछले साल जून में गिरकर 115 रुपये के लेवल पर आ गया था। इसकी वजह कम वॉल्यूम की वजह से ग्रोथ कमजोर रहने की आशंका थी। साथ ही बिजनेस दूसरे एक्सचेजों के पास शिफ्ट होने के आसार थे। कंपनी इन चिंताओं को दूर करने में कामयाब रही है। उसने बिजनेस का डायवर्सिफिकेशन किया है। साथ ही वह ग्रोथ पर फोकस कर रही है। उधर, पावर की ज्यादा डिमांड और रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में क्षमता बढ़ने से पावर जेनरेशन मार्केट में मजबूती आई है।
FY25 की पहली तिमाही में कंपनी की रेवेन्यू ग्रोथ करीब 19 फीसदी रही। इसमें हायर वॉल्यूम और पावर की डिमांड में उछाल का हाथ है। पहली तिमाही में पावर डिमांड 11 फीसदी ज्यादा रही। यह ट्रेंड आने वाली तिमाहियों में भी जारी रहने की उम्मीद है। IEX की अगस्त में टोटल वॉल्यूम ग्रोथ साल दर साल आधार पर 36 फीसदी बढ़ी। कुल वॉल्यूम 12040 मिलियन यूनिट्स रही। हायर जेनरेशन की वजह से रिन्यूएबल एनर्जी सर्टिफिकेट्स वॉल्यूम बढ़ा है। अगस्त में रियल टाइम मार्केट वॉल्यूम 27.3 फीसदी बढ़ा है। अगस्त में मानसून की बारिश अच्छी होने से हाइड्रो पावर जेनरेशन में उछाल देखने को मिला। इसका असर पावर की उपलब्धता पर भी पड़ा।
वॉल्यूम में अच्छी ग्रोथ अच्छा संकेत है। हालांकि, सप्लाई ज्यादा रहने से कीमतें कम रहीं। उदाहरण के लिए रियल टाइम मार्केट में कीमतें साल दर साल साल आधार पर 44.8 फीसदी लुढ़ककर 3.59 रुपये प्रति यूनिट पर आ गईं। इससे पहले कंपनी ने वॉल्यूम ग्रोथ 17-18 फीसदी के बीच रहने का अनुमान जताया था। इसमें जेनरेशन में अच्छी ग्रोथ, रिन्यूएबल एनर्जी की अच्छी मांग, प्रोडक्ट डायवर्सिफिकेशन और फेवरेबल रेगुलेशन का हाथ होगा।
इंडियन एनर्जी एक्सचेंज (IEX) ग्रीन रियल-टाइम मार्केट और 11-मंथ कॉन्ट्रैक्ट्स जैसे नए प्रोडक्ट्स शुरू कर सकती है। इससे आने वाले महीनों में कंपनी के वॉल्यूम में इजाफा देखने को मिल सकता है। मार्केट कपलिंग का मसला अब कम से कम थोड़े समय के लिए ठंडे बस्ते में चला गया है। इसकी वजह इस बारे में स्पष्टता का अभाव है। इसका मतलब है कि कंपनी की स्ट्रॉन्ग ग्रोथ जारी रह सकती है। पहले यह माना जा रहा था कि मार्केट कपलिंग शुरू होने से आईईएक्स के वित्तीय प्रदर्शन पर असर पड़ सकता है। इसके अलावा इसका गैस एक्सचेंज तेजी से बढ़ रहा है। गिफ्ट सिटी में कार्बन एक्सचेंज और कोल एक्सचेंज जैसे नए प्रोडक्ट्स से आने वाले सालों में काफी वैल्यू अनलॉक हो सकती है।
इस स्टॉक की दोबारा रेटिंग हुई है। एक साल पहले मनीकंट्रोल ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि इस स्टॉक में मार्जिन ऑफ सेफ्टी अच्छा है और ग्रोथ आने वाली है। तब स्टॉक की कीमत 130 रुपये थी। अभी इस स्टॉक की कीमत 206 रुपये पहुंच गई है। इस तरह मौजूदा प्राइस पर इसे अपने पोर्टफोलियो में शामिल किया जा सकता है। इसमें FY27 की अनुमानित अर्निंग्स के 34 गुना पर ट्रेडिंग हो रही है।