मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज को सरकार ने बड़ी खुशखबरी दी है। सरकार के भारी उद्योग मंत्रालय ने रिलायंस को प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (पीएलआई) योजना के तहत रखा है। अब रिलायंस इंडस्ट्रीज एडवांस्ड केमिस्ट्री सेल (एसीसी) निर्माण का काम करेगी। कंपनी 10 GWh ACC बैट्ररी प्रोजेक्ट का निर्माण करने वाली है। इस खबर के बीच बुधवार को रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर 3030 रुपये के स्तर पर कारोबार करते नजर आए। 8 जुलाई 2024 को शेयर ने 3,217.90 रुपये के स्तर को टच किया। यह शेयर के 52 हफ्ते का हाई है।
रिलायंस ने इन कंपनियों से मारी बाजी
रिलायंस ने एसीएमई क्लीनटेक सॉल्यूशंस, अमारा राजा एडवांस्ड सेल टेक्नोलॉजीज, जेएसडब्ल्यू नियो एनर्जी और वारी एनर्जीज सहित कुछ लीडिंग कंपनियों से सात बोलियां प्राप्त की थीं। शॉर्टलिस्ट किए गए बोलीदाताओं का अंतिम मूल्यांकन गुणवत्ता और लागत आधारित चयन (क्यूसीबीएस) तंत्र के अनुसार किया गया था। रिलायंस इंडस्ट्रीज ने बोली जीत ली जबकि शेष शॉर्टलिस्ट किए गए बोलीदाताओं को उनकी रैंक के आधार पर वेटिंग लिस्ट में डाल दिया गया।
किस कंपनी की कौन सी रैंकिंग
वेटिंग लिस्ट रैंकिंग की बात करें तो पहले स्थान पर एसीएमई क्लीनटेक सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड है। वहीं, अमारा राजा एडवांस्ड सेल टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड दूसरे और वारी एनर्जीज लिमिटेड तीसरे स्थान पर हैं। इसी तरह, जेएसडब्ल्यू नियो एनर्जी लिमिटेड और लुकास टीवीएस लिमिटेड क्रमश: चौथे और पांचवें स्थान पर हैं।
3 साल पहले मिली थी मंजूरी
मई 2021 में नरेंद्र मोदी सरकार के कैबिनेट ने ₹18,100 करोड़ के खर्च के साथ एडवांस्ड केमिस्ट्री सेल की 50 गीगावॉट की मैन्युफैक्चरिंग कैपिसिटी के लिए पीएलआई योजना को मंजूरी दी। एडवांस्ड केमिस्ट्री सेल, पीएलआई बोली का पहला दौर मार्च 2022 में संपन्न हुआ था। तीन लाभार्थी फर्मों को 30 गीगावॉट की कुल क्षमता आवंटित की गई थी। इस पहल का मकसद डोमेस्टिक मैन्युफैक्चरिंग को मजबूत करना, आयात निर्भरता को कम करना है। इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत पहल के साथ तालमेल बिठाने पर भी फोकस है।