केंस टेक्नोलॉजी को आउटसोर्स्ड सेमीकंडक्टर एंड एसेंबली टेस्ट (ओएसएटी) फैसिलिटी के लिए एप्रूवल मिल गया है। कंपनी इंडियन सेमीकंडक्टर मिशन के तहत यह फैसिलिटी शुरू करेगी। कंपनी इसे गुजरात के साणंद में शुरू करेगी। यहां पहले से माइक्रोन टेक्नोलॉजी और सीजी पावर की ओएसएटी प्लांट्स बन रहे हैं। केंस टेक्नोलॉजी के इस प्रोजेक्ट पर 3,300 करोड़ रुपये का निवेश होगा। 70 फीसदी निवेश केंद्र और राज्य सरकारें कर रही हैं, जबकि बाकी का निवेश कंपनी करेगी। केंस ने पहले से मलेशिया के ग्लोबेट्रोनिक्स और ताइवान के एपोटोस और रिसाइनर्जी टेक्नोलॉजी के साथ समझौता किया है।
रोजाना बनेंगे 60 लाख चिप
Kaynes Technology धीरे-धीरे अपनी OSAT बिजनेस का विस्तार करेगी। शुरुआत क्वैड फ्लैट नौ लीड पैकेज से होगी। इसका इस्तेमाल आईसी के सिलिकॉन डाइ को सर्किट बोर्ड से कनेक्टर करने में होता है। आखिर में कंपनी एडवान्स पैकेजिंग शुरू करेगी। इसमें मार्जिन काफी ज्यादा है। केंस अपनी 13 एसेंबली लाइन के जरिए रोजाना करीब 60 लाख चिप बनाएगी। पहले कंपनी के मैनेजमेंट ने बताया था कि इस बिजनेस से FY26 की अंतिम तिमाही तक रेवेन्यू शुरू हो जाएगा। FY30 तक कंपनी का रेवेन्यू 3,000-3,500 करोड़ रुपये पहुंच जाएगा।
FY30 तक बिजनेस का मिलेगा पूरा फायदा
आम तौर पर OSAT कंपनियां 18-22 फीसदी EBITDA मार्जिन हासिल करती हैं। उम्मीद है कि केंस शुरुआत में लीजेसी चिप पर फोकस करेगी। बाद में FY30 तक कंपनी को मार्जिन और रेवेन्यू के मामले में पूरा फायदा मिलने लगेगा। केंस टेक्नोलॉजी का रेवेन्यू और EBITDA FY21 से FY24 के बीच क्रमश: 62.5 फीसदी और 84 फीसदी की दर से बढ़ा है। यह इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग सर्विसेज इंडस्ट्री के ग्रोथ रेट का दोगुना है। कंपनी EBITDA मार्जिन भी डबल डिजिट में बनाए रखने में सफल रही है।
FY28 तक 1 अरब डॉलर रेवेन्यू का टारगेट
कंपनी के मैनेजमेंट ने FY25 में 66 फीसदी रेवेन्यू ग्रोथ और 15 फीसदी मार्जिन की उम्मीद जताई है। कंपनी की ऑर्डर बुक 5,039 करोड़ रुपये की है, बकि बुक-टू-बिल रेशियो 2.5 गुना है। इससे छोटी से मध्यम अवधि में कंपनी के रेवेन्यू को लेकर तस्वीर साफ है। कंपनी ने FY28 तक 1 अरब डॉलर रेवेन्यू का टारगेट तय किया है। इसका 25 फीसदी EMS बिजनेस से आएगा। कंपनी को उम्मीद है कि FY30 में कंपनी के रेवेन्यू में OSAT और पीसीबी बिजनेस का कंट्रिब्यूशन करीब 4,000-5,000 करोड़ रुपये तक होगा।
क्या आपको निवेश करना चाहिए?
Kaynes Technology के शेयरों में FY26 की अनुमानित अर्निंग्स के 68 गुना पर ट्रेडिंग हो रही है। यह ज्यादा दिख रही है। इंडिया के EMS स्पेस में केंस अलग तरह से दिखती है। इसकी रेवेन्यू ग्रोथ ज्यादा है। ऑर्डरबुक स्ट्रॉन्ग है। यह नए क्षेत्रों में उतर रही है। OSAT और दूसरी एनिशिएटिव को देखने के बाद ऐसा लगता है कि इसका असर शेयरों के प्राइस पर पड़ चुका है। इसलिए इस स्टॉक में तेजी की ज्यादा संभावना नहीं दिखती। इस स्टॉक को करेक्शन पर खरीदा जा सकता है।