Bajaj Housing Finance IPO: बजाज हाउसिंग फाइनेंस का IPO अगले सप्ताह 9 सितंबर को खुल रहा है। इसकी क्लोजिंग 11 सितंबर को होगी और शेयर 16 सितंबर को शेयर बाजार में लिस्ट हो सकते हैं। इस IPO के आने के बाद एक साल के अंदर कम से कम 3 और अपर लेयर नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनियों (NBFCs) के लिस्ट होने की उम्मीद है। RBI की अनिवार्य लिस्टिंग की शर्त को पूरा करने के लिए इन NBFCs को IPO लाना होगा। नियमों के मुताबिक, अपर लेयर NBFCs के लिए इस कैटेगरी में नोटिफाई होने के 3 साल के अंदर शेयर बाजार में लिस्ट होना जरूरी है।
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, इनवेस्टमेंट बैंकर्स का कहना है कि टाटा कैपिटल फाइनेंशियल सर्विसेज, HDB फाइनेंशियल सर्विसेज (HDFC बैंक की NBFC शाखा) और आदित्य बिड़ला फाइनेंस वे तीन NBFCs हैं, जो IPO ला सकती हैं। आनंद राठी एडवाइजर्स में इनवेस्टमेंट बैंकिंग के डायरेक्टर सचिन मेहता का कहना है कि पूंजी बाजार में अच्छी गुणवत्ता वाले कारोबारों के लिए मांग को देखते हुए और वैल्यूएशंस के आधार पर हम निश्चित रूप से कई NBFCs को लिस्ट होते देखेंगे।
डेडलाइन के मुताबिक, टाटा संस, टाटा कैपिटल फाइनेंशियल सर्विसेज, पीरामल कैपिटल एंड हाउसिंग फाइनेंस, HDB फाइनेंशियल सर्विसेज और आदित्य बिड़ला फाइनेंस को एक वर्ष के अंदर लिस्ट होना जरूरी है। RBI ने 16 अपर लेयर NBFCs की लिस्ट सितंबर 2022 में जारी की थी। मेहता ने कहा कि इनमें से पीरामल कैपिटल एंड हाउसिंग फाइनेंस का पीरामल एंटरप्राइजेज में विलय होगा और टाटा संस, लिस्टिंग से बचने के लिए सभी विकल्पों पर विचार कर सकती है।
टाटा संस की लिस्टिंग साबित हो सकती है गेम चेंजर
हालांकि, विश्लेषकों का मानना है कि टाटा संस का IPO, बाजार के लिए गेम चेंजर साबित हो सकता है, जिससे निवेशकों को काफी फायदा होने की उम्मीद है। भारत के सबसे बड़े समूहों में से एक टाटा ग्रुप की होल्डिंग कंपनी के रूप में टाटा संस की प्रतिष्ठा को देखते हुए इसकी लिस्टिंग में घरेलू और वैश्विक दोनों निवेशकों की रुचि देखने को मिल सकती है।
डीएएम कैपिटल के सीईओ धर्मेश मेहता के मुताबिक, ‘अगर टाटा संस लिस्ट होती है तो यह भारत के तेजी से बढ़ते इक्विटी पूंजी बाजारों के लिए एक बड़ी बात होगी। भारत में सबसे प्रतिष्ठित समूहों की ओर से इस तरह की पेशकश को देखते हुए, निश्चित रूप से इसे लेकर वैश्विक और घरेलू स्तर पर बड़ी रुचि होगी।’’
अच्छी वैल्यू अनलॉक कर सकता है टाटा संस का IPO
बाजार विशेषज्ञों का अनुमान है कि टाटा संस का IPO शेयरधारकों के लिए अच्छी वैल्यू अनलॉक कर सकता है। एनालिस्ट्स का मानना है कि 5 प्रतिशत हिस्सेदारी भी बाजार में 55,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश ला सकती है, जिससे लिक्विडिटी और ट्रेडिंग वॉल्यूम बढ़ सकता है। इन आशावादी अनुमानों के बावजूद कहा जा रहा है कि टाटा संस ने अनिवार्य सूचीबद्धता की शर्त से बचने के लिए RBI को अपना रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट अपनी इच्छा से सरेंडर करने के लिए आवेदन किया है। अब सबकी निगाहें टाटा संस के आवेदन पर RBI के रुख पर टिकी हैं।