संदीप टंडन की अगुवाई वाला क्वांट म्यूचुअल फंड बाजार को लेकर सावधानी बरत रहा है। हालांकि, इस म्यूचुअल फंड का मानना है कि ग्लोबल अनिश्चितताओं के बीच भारतीय शेयर बाजार में पर्याप्त अवसर हैं। फंड हाउस ने निवेशकों को अपनी मंथली नोट में कहा है, ‘ ग्लोबल अनिश्चितताओं के बीच भारतीय शेयर बाजार में अवसरों की कोई कमी नहीं है। सरकार की दूरदर्शी नीतियों, आर्थिक विकास और उद्यमिता के माहौल की वजह से भारत में विदेशी निवेश लगातार बढ़ रहा है।’
म्यूचुल फंड के मुताबिक, ‘हालांकि, डॉलर में मजबूती और कुछ अन्य जोखिम मसलन भू-राजनीतिक तनाव आदि को ध्यान में रखते हुए पिछले 3 महीने से क्वांट म्यूचुअल फंड का पोर्टफोलियो कम जोखिम वाले विकल्पों की तरफ जा रहा है और इसका ध्यान लिक्विड और डिफेंसिव स्टॉक पर है।’ भारत के लिए जहां ग्लोबल रिस्क संबंधी इंडिकेटर्स में सुधार हुआ है, वहीं विकसित देशों, खास तौर पर अमेरिका के लिए इसमें गिरावट हुई है। लिहाजा, क्वांट म्यूचुअल फंड के मुताबिक, कैलेंडर ईयर 2024 की तीसरी तिमाही में क्रॉस-एसेट्स और क्रॉस-मार्केट्स की इंप्लायड वोलैटिलिटी का स्तर ऊंचा बना रहेगा।
ब्रोकरेज ने सितंबर की अपनी फैक्टशीट में कहा है, ‘कुल मिलाकर, लिक्विडिटी ज्यादा है, लेकिन कुछ देशों में मार्जिन में गिरावट का ट्रेंड है और आगामी मंदी को लेकर ग्लोबल अर्थशास्त्रियों की आशंकाओं के अनुरूप नहीं है।’ बहरहाल, भारत में सरकार के बढ़ते खर्च, इकोनॉमिक ग्रोथ और अनुकूल मॉनसून की वजह से यहां के बाजार के लिए बेहतर उम्मीद कायम है। क्वांट म्यूचुअल फंड का मानना है कि भारत में इस तरह के पॉजिटिव फैक्टर्स, ग्लोबल स्तर पर मौजूद नेगेटिव फैक्टर्स पर भारी पड़ सकते हैं।
ब्रोकरेज के मुताबिक, अगर शेयर बाजार में करेक्शन होता है, तो यह निवेश का शानदार मौका होगा। मजबूत फंडामेंटल्स और कॉरपोरेट परफॉर्मेंस की बेहतरी से बाजार को सहारा मिलता रहेगा।
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