Trade setup : सप्ताह की शुरुआत अच्छी रही, बाजार ने लगातार 13 दिनों तक तेजी बनाए रख। 2 सितंबर को निफ्टी ने 43 अंकों की बढ़त के साथ 25,279 के नए ऑल-टाइम क्लोजिंग हाई को छू लिय। सारे अहम मोमेंटम इंडीकेटर पॉजिटिव जोन में रहे। आगे चलकर इंडेक्स को 25200 से ऊपर बने रहने की जरूरत है। अगर ऐसा होता तो कंसोलीडेशन के बीच निफ्टी के 25500 की ओर बढ़ने की उम्मीद की जा सकती है। जबकि नीचे की तरफ इसे लिए 25000 के स्तर पर सपोर्ट दिख रहा है।
यहां आपको कुछ ऐसे आंकड़े दे रहे हैं जिनके आधार पर आपको मुनाफे वाले सौदे पकड़ने में आसानी होगी।
Nifty के लिए की सपोर्ट और रजिस्टेंस लेवल
पिवट प्वांइट पर आधारित सपोर्ट : 25,245, 25,222 और 25,184
पिवट प्वांइट पर आधारित रजिस्टेंस : 25,320, 25,343 और 25,381
निफ्टी 50 ने डेली चार्ट पर बियरिश कैंडलस्टिक पैटर्न बनाया, क्योंकि क्लोजिंग, ओपनिंग स्तर से कमजोर रही थी। हालांकि, लगातार छठे कारोबारी सत्र में हायर हई का गठन जारी रहा। मोमेंटम इंडीकेटर आरएसआई और एमएसीडी (मूविंग एवरेज कन्वर्जेंस डायवर्जेंस) ने तेजी का रुझान बनाए रखा लेकिन ऑवरली चार्ट पर निगेटिव रुझान बना रहा।
बैंक निफ्टी
पिवट पॉइंट्स पर आधारित रजिस्टेंस: 51,547, 51,614, और 51,722
पिवट पॉइंट्स पर आधारित सपोर्ट: 51,330, 51,263, और 51,155
फिबोनैचि रिट्रेसमेंट पर आधारित रजिस्टेंस: 51,973, 52,592
फिबोनैचि रिट्रेसमेंट पर आधारित सपोर्ट: 50,560, 49,732
बैंक निफ्टी ने भी डेली चार्ट पर माइनर शैडो के साथ एक बियरिश कैंडलस्टिक पैटर्न बनाया। ये निचले स्तरों पर कुछ खरीददारी की रुचि का संकेत है। बैंक निफ्टी में कल एक और सत्र में हायर हाई हायर लो फॉर्मेशन दिखा और ये लगातार डाउनवर्ड स्लोपिंग रजिस्टेंस ट्रेंड लाइन से ऊपर बना रहा। मोमेंटम इंडीकेटर आरएसआई और एमएसीडी में तेजी का रुझान एक अच्छा संकेत है।
निफ्टी कॉल ऑप्शन डेटा
वीकली बेसिस पर 26,000 की स्ट्राइक पर 82.35 लाख कॉन्ट्रैक्ट का अधिकतम कॉल ओपन इंटरेस्ट देखने को मिला है जो आगे आने वाले कारोबारी सत्रों में अहम रजिस्टेंस लेवल का काम करेगा।
निफ्टी पुट ऑप्शन डेटा
25,000 की स्ट्राइक पर 59.99 लाख कॉन्ट्रैक्ट का अधिकतम पुट ओपन इंटरेस्ट देखने को मिला है जो आने वाले कारोबारी सत्रों में अहम सपोर्ट लेवल का काम करेगा।
बैंक निफ्टी कॉल ऑप्शन डेटा
बैंक निफ्टी में मंथली बेसिस पर 51,500 की स्ट्राइक पर 38.22 लाख कॉन्ट्रैक्ट का अधिकतम कॉल ओपन इंटरेस्ट देखने को मिला है जो आगे आने वाले कारोबारी सत्रों में अहम रजिस्टेंस लेवल का काम करेगा।
बैंक निफ्टी पुट ऑप्शन डेटा
मंथली बेसिस पर 51,000 की स्ट्राइक पर 25.22लाख कॉन्ट्रैक्ट का अधिकतम पुट ओपन इंटरेस्ट देखने को मिला है जो आगे आने वाले कारोबारी सत्रों में अहम रजिस्टेंस लेवल का काम करेगा।
एफआईआई और डीआईआई फंड फ्लो
पिछले दो लगातार सत्रों की गिरावट के बाद वोलैटिलिटी में उछाल आया, लेकिन यह 15 अंक से नीचे रहा जो अभी भी तेजड़ियों के लिए सकारात्मक है। इंडिया VIX 13.39 के स्तर से 4.98 फीसदी बढ़कर 14.06 पर पहुंच गया।
हाई डिलिवरी ट्रेड
यहां वे स्टॉक दिए गए हैं जिनमें डिलीवरी ट्रेड का सबसे बड़ा हिस्सा देखने को मिला। डिलीवरी का बड़ा हिस्सा स्टॉक में निवेशको (ट्रेडिंग के विपरीत) की रुचि को दर्शाता है।
36 स्टॉक्स में दिखा लॉन्ग बिल्ड-अप
ओपन इंटरेस्ट में बढ़त के साथ ही कीमतों में भी होने वाली बढ़त से आमतौर पर लॉन्ग पोजीशन बनने का अंदाजा लगाया जाता है। ओपन इंटरेस्ट फ्यूचर परसेंटेज के आधार पर पिछले कारोबारी दिन 36 शेयरों में लॉन्ग बिल्ड-अप देखने को मिला
35 स्टॉक्स में दिखी लॉन्ग अनवाइंडिंग
ओपन इंटरेस्ट में गिरावट के साथ ही कीमतों में भी होने वाली गिरावट से आमतौर पर लॉन्ग अनवाइंडिंग का अंदाजा लगाया जाता है। ओपन इंटरेस्ट फ्यूचर परसेंटेंज के आधार पर पिछले कारोबारी दिन 35 शेयरों में सबसे ज्यादा लॉन्ग लॉन्ग अनवाइंडिंग देखने को मिली।
75 स्टॉक्स में दिखा शॉर्ट बिल्ड-अप
ओपन इंटरेस्ट में बढ़त के साथ ही कीमतों में भी होने वाली गिरावट से आमतौर पर शॉर्ट बिल्ड-अप का अंदाजा लगाया जाता है। ओपन इंटरेस्ट फ्यूचर परसेंटेंज के आधार पर पिछले कारोबारी दिन 75 शेयरों में सबसे ज्यादा शॉर्ट बिल्ड-अप देखने को मिला।
39 स्टॉक्स में दिखी शॉर्ट कवरिंग
ओपन इंटरेस्ट में गिरावट के साथ ही कीमतों में होने वाली बढ़त से आमतौर पर शॉर्ट कवरिंग का अंदाजा लगाया जाता है। ओपन इंटरेस्ट फ्यूचर परसेंटेंज के आधार पर पिछले कारोबारी दिन 39 शेयरों में सबसे ज्यादा शॉर्ट कवरिंग देखने को मिली।
पुट कॉल रेशियो
बाजार के मूड को दर्शाने वाला निफ्टी पुट-कॉल रेशियो 2 सितंबर को गिरकर 1.18 पर रहा, जबकि पिछले सत्र में यह 1.41 के स्तर पर था। गौरतलब है कि 0.7 से ऊपर या 1 को पार पीसीआर का जाना आम तौर पर तेजी की भावना का संकेत माना जाता है। जबकि 0.7 से नीचे या 0.5 की ओर गिरने वाला अनुपात मंदी की भावना का संकेत होता है।
F&O बैन के अंतर्गत आने वाले स्टॉक
F&O सेगमेंट के अंतर्गत प्रतिबंधित प्रतिभूतियों में वे कंपनियां शामिल होती हैं, जिनके डेरिवेटिव अनुबंध मार्केट वाइड पोजीशन लिमिट के 95 फीसदी से ज्यादा हो जाती हैं।
एफएंडओ प्रतिबंध में नए शामिल स्टॉक: हिंदुस्तान कॉपर
एफएंडओ प्रतिबंध में पहले से शामिल स्टॉक: बलरामपुर चीनी मिल्स
एफएंडओ प्रतिबंध से हटाए गए स्टॉक: शून्य
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