सरकार बीमा कंपनी GIC (जनरल इंश्योरेंस कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया) में अपनी हिस्सेदारी बेचने की तैयारी में है। सरकार 4 सितंबर को यह प्रक्रिया शुरू करेगी, जिसके तहत कंपनी की 7 हिस्सेदारी बेची जाएगी। यह बिक्री ऑफर फॉर सेल (OFS) रूट के जरिए होगी। ऑफर फॉर सेल (OFS) एक ऐसा प्रोसेस है जिसकी मदद से भारत में लिस्टेड कंपनियों के प्रमोटर्स शेयर बेचते हैं।
आमतौर पर सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) के न्यूनतम पब्लिक शेयरहोल्डिंग नियमों का पालन करने के लिए इस रूट के तहत शेयरों की बिक्री की जाती है। यह जरूरी है कि कंपनियों में प्रमोटर्स की हिस्सेदारी 75 पर्सेंट से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। कंपनी का शेयर 3 सितंबर को 0.13 पर्सेंट गिरकर 421 रुपये पर बंद हुआ।
सीएनबीसी टीवी 18 को सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, 7 पर्सेंट हिस्सेदारी ऑफर फॉर सेल के जरिए बेचा जा सकती है। फिलहाल, कंपनी में सरकार की हिस्सेदारी 85.78 पर्सेंट है। सरकार GIC की लिस्टिंग के बाद सरकार पहली बार कंपनी में हिस्सा बेच रही है। कंपनी के शेयरों में पिछले 3 महीने में 15 पर्सेंट की बढ़त रही है, जबकि पिछले एक 1 साल में 100 पर्सेंट और 3 साल में 200 पर्सेंट की बढ़ोतरी रही है।
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने इसी साल अप्रैल में खबर दी थी कि सरकार वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान GIC और लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन (LIC) में हिस्सेदारी बेच सकती है। सरकार पिछले कुछ समय से GIC में 10 पर्सेंट हिस्सेदारी बेचने की तैयारी कर रही थी। GIC में सरकार द्वारा हिस्सेदारी बेचना सरकार के विनिवेश एजेंडे का दिशा में अहम कदम है।