अगस्त में स्टॉक मार्केट में उतारचढ़ाव का असर रिटेल इनवेस्टर्स की खरीदारी पर नहीं पड़ा। उन्होंने पिछले महीने 10,000 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। यह विदेशी निवेशकों, बैंक और बीमा कंपनियों के शेयरों में निवेश से ज्यादा है। रिटेल इनवेस्टर्स ने अगस्त में जुलाई की 2,380 करोड़ रुपये की खरीदारी के मुकाबले काफी ज्यादा निवेश किया। हालांकि, जून में उनकी नेट खरीदारी 11,855 करोड़ रुपये थी।
अगस्त में विदेशी निवेशकों ने करीब 9,200 करोड़ रुपये का निवेश किया। बैंकों ने 1,083 करोड़ रुपये की खरीदारी की। इंश्योरेंस कंपनियों ने 3,973 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। एनालिस्ट्स का कहना है कि रिटेल इनवेस्टर्स शेयर बाजार में लगातार खरीदारी कर रहे हैं। वे गिरावट पर खरीदारी की स्ट्रेटेजी का इस्तेमाल कर रहे हैं। यह ट्रेंड तब तक जारी रहने की संभावना है जब तक घरेलू अर्थव्यवस्था में किसी तरह की दिक्कत नहीं आती या ग्लोबल हालात में बदलाव नहीं आ जाता।
घरेलू शेयर बाजार में अगस्त में काफी उतारचढ़ाव देखने को मिला। हालांकि, Sensex 0.8 फीसदी और Nifty 1.1 फीसदी चढ़े। दूसरे सूचकांकों में भी तेजी रही। BSE Midcap 0.9 फीसदी चढ़ा, जबकि बीएसई स्मॉलकैप इंडेक्स में 1.23 फीसदी तेजी देखने को मिली। इस तरह अगस्त में छोटे-बड़े हर तरह के शेयरों में तेजी रही। रेलिगेयर ब्रोकिंग के रवि सिंह ने कहा कि इससे शेयरों को लेकर रिटेल इनवेस्टर्स के उत्साह का पता चलता है।
उन्होंने कहा कि रिटेल निवेशकों का विदेशी निवेशकों, बैंकों और इंश्योरेंस कंपनियों से ज्यादा निवेश करना यह बताता है कि आम लोगों की काफी दिलचस्पी शेयरों में निवेश करने में है। उधर, विदेशी निवेशक इंडियन मार्केट में सावधानी बरत रहे हैं। उन्होंने 1 अगस्त से 19 अगस्त के बीच इंडियन मार्केट में 19,000 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। इसकी वजह ग्लोबल जियोपॉलिटिकल टेंशन, इनफ्लेशन और आर्थिक अनिश्चितता हो सकती है।
हालांकि, विदेशी निवेशकों ने 20 अगस्त से 29 अगस्त के बीच करीब 28,000 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे। उन्होंने ज्यादा खरीदारी Ambuja Cement, Tata Tech, GMR Airports, Zomato, PNB Housing और Nykaa जैसी कंपनियों के शेयरों में की। इन कंपनियों के शेयरों में उन्होंने करीब 22,000 करोड़ रुपये का निवेश किया। कुछ मार्केट पार्टिसिपेंट्स का कहना है कि उनकी खरीदारी खास सेक्टर में हुई। इससे पता चलता है कि इंडियन मार्केट्स को लेकर उनके आउटलुक में बदलाव नहीं आया है।