SpiceJet Crisis: विमानन नियामक डीजीसीए ने बृहस्पतिवार को संकटग्रस्त स्पाइसजेट को अधिक निगरानी के दायरे में रखने का फैसला किया है. इसके बाद शुक्रवार को कारोबारी सत्र के दौरान एयरलाइन कंपनी के शेयर में लगभग छह फीसदी करेक्शन हुआ है. एक दिन में स्पाइसजेट के निवेशकों के 290.21 करोड़ रुपए डूब गए हैं. आपको बता दें कि वित्तीय संकट से जूझ रही एयरलाइन कंपनी ने अपने 150 कर्मचारियों को तीन महीने के लिए बिना वेतन छुट्टी पर भेज दिया है.
SpiceJet Crisis: 62.56 रुपए पर बंद हुआ कंपनी का शेयर
शुक्रवार को इंट्राडे ट्रेडिंग के दौरान बीएसई पर कंपनी का शेयर 5.54 प्रतिशत गिरकर 62.56 रुपये पर बंद हुआ. दिन के दौरान, यह 6.40 प्रतिशत गिरकर 61.99 रुपये तक पहुंच गया था. इसके बाद कंपनी का मार्केट वैल्यूशन 290.21 करोड़ रुपये घटकर 4,964.50 करोड़ रुपये रह गया है. आपको बता दें कि आर्थिक दिक्कतों के बाद स्पाइसजेट ने निवेशकों का दरवाजा खटखटाया था. कंपनी को QIP के जरिए ₹3,000 Cr जुटाने को मंजूरी मिली थी.
SpiceJet Crisis: QIP की योजना हुई फेल, किराया चुकाने में रही नाकाम
स्पाइसजेट की QIP से पहले 2,250 करोड़ रुपए जुटाने की योजना फेल हो गई थी. इस दौरान सिर्फ 1,060 करोड़ रुपए का ही जुगाड़ हो पाया. वहीं, पिछले एक साल में कई वेंडर्स ने कोर्ट में घसीटा. लिक्विडेशन की मांग की गई. दिल्ली हाईकोर्ट ने 3 इंजन के संचालन पर रोक लगाई. स्पाइसजेट किराया चुकाने में नाकाम रही थी. कोविड से पहले कंपनी के 120 विमान घटकर 23 रह गए थे. इसके अलावा दुबई में यात्रियों की बोर्डिंग पर ही रोक लगी.
SpiceJet Crisis: DGCA ने किया विशेष ऑडिट, पाई गईं ये कमियां
DGCA ने कहा कि उसने सात और आठ अगस्त को एयरलाइन की इंजीनियरिंग सुविधाओं का विशेष ऑडिट किया और ऑडिट के दौरान कुछ कमियां पाई गईं. नियामक की प्रेस रिलीज में कहा, ‘पिछले रिकॉर्ड और अगस्त 2024 में किए गए विशेष ऑडिट के मद्देनजर, स्पाइसजेट को एक बार फिर तत्काल प्रभाव से निगरानी के दायरे में रखा गया है. इससे परिचालन की सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से मौके पर जांच एवं रात्रि निगरानी की संख्या में वृद्धि की जायेगी.’