Ecos India Mobility and Hospitality IPO: इकोज इंडिया मोबिलिटी एंड हॉस्पिटैलिटी के IPO की मांग 30 अगस्त को भी जबरदस्त रही। स्टॉक एक्सचेंजों के मुताबिक, IPO के आखिरी दिन कंपनी के इश्यू को 64.18 गुना सब्सक्रिप्शन मिला। इनवेस्टर्स ने 1.26 करोड़ के शेयरों के ऑफर के मुकाबले 80.86 करोड़ शेयरों पर दांव लगाया। दिल्ली की इस कार रेंटल सर्विसेज फर्म का लक्ष्य पब्लिक इश्यू के जरिये 601.2 करोड़ रुपये जुटाना है, जिसमें ऑफर फॉर सेल के तहत प्रमोटर्स के 1.8 करोड़ शेयरों की बिक्री की जाएगी।
इस IPO के लिए 318-334 रुपये का प्राइस बैंड तय किया गया है। IPO के तहत सबसे ज्यादा खरीदारी क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स ने और उन्होंने इस इश्यू को 136.85 गुना सब्सक्राइब किया। इसके बाद नॉन-इंस्टीट्यूशनल निवेशकों का सब्सक्रिप्शन अपने लिए आवंटित शेयरों के मुकाबले 71.17 गुना रहा। रिटेल इनवेस्टर्स की मांग में भी अच्छी बढ़ोतरी रही और उन्होंने अपने लिए आवंटित शेयरों के मुकाबले इस इश्यू को 19.66 गुना सब्सक्राइब किया।
कंपनी के एंकर बुक में संस्थागत निवेशकों की जबरदस्त भागीदारी देखने को मिली। कंपनी ने 14 एंकर इनवेस्टर्स के जरिये 180.4 करोड़ रुपये जुटाए। इको इंडिया का एंकर बुक 27 अगस्त को खुला था। एंकर बुक में शामिल कंपनियों में वाइटओक कैपिटल, एबी पार्टनर्स, आदित्य बिड़ला सन लाइफ ट्रस्टी, इनवेस्टको इंडिया, तरु कैपिटल, नोमूरा ट्रस्ट, ICICI प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड, फ्रैंकलिन इंडिया और मोतीलाल ओसवाल म्यूचुअल फंड शामिल हैं।
चूंकि यह इश्यू पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल पर आधारित है, लिहाजा इससे हासिल सभी रकम प्रमोटर्स के पास जाएगी और कंपनी को IPO से कोई रकम नहीं मिलेगी। इकोज इंडिया मोबिलिटी एंड हॉस्पिटैलिटी कॉरपोरेट पिछले 25 साल से भी ज्यादा से कॉरपोरेट क्लाइंट्स को कार रेंटल और अन्य ट्रांसपोर्ट सुविधाएं मुहैया कराती रही है। कंपनी के क्लाइंट्स में फॉर्चून 500 कंपनियां भी शामिल हैं। कंपनी के पास तकरीबन 12,000 गाड़ियां हैं और यह देश के 109 शेयरों में सर्विस देती है।