कर्ज में डूबी टेलिकॉम कंपनी वोडाफोन आइडिया ने डिपार्टमेंट ऑफ टेलिकॉम (DoT) को करीब 700 करोड़ रुपए का पेमेंट किया है। कंपनी ने यह पेमेंट अप्रैल-जून के लिए लाइसेंस फीस और स्पेक्ट्रम के बकाया के रूप में किया है।
कंपनी के प्रवक्ता ने मीडिया को इस बात की जानकारी दी। VI ने बताया कि फंड की कमी के चलते वोडाफोन-आइडिया बीते 7-8 तिमाही से अपने ड्यूज का पूरा भुगतान नहीं कर पा रही थी।
हाल ही में जुटाए गए फंड के बाद, टेलिकॉम कंपनी ने अपने सभी तरह के बकाया और वेंडर पेमेंट करना शुरू कर दिया है। कंपनी ने इक्विटी के जरिए लगभग 24,000 करोड़ रुपए जुटाए हैं, जिसमें अप्रैल में फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफरिंग (FPO) के माध्यम से जुटाए गए 18,000 करोड़ रुपए शामिल हैं।
कंपनी पर अब 4,650 करोड़ रुपए का कर्ज
टेलिकॉम सर्विस प्रोवाइडर के कर्ज में सुधार देखने को मिला है। जून तिमाही के अंत में कंपनी पर 4,650 करोड़ रुपए टोटल कर्ज था। एक साल पहले यह यह 9,200 करोड़ रुपए था। इसके अलावा, पिछले एक साल में बैंकों और फाइनेंशियल इंस्टिट्यूशन से टोटल बकाया लगभग आधी हो गई है।
25,000 करोड़ रुपए जुटाने की तैयारी कर रही VI
30 जून तक के आंकड़ों के मुताबिक, कंपनी का कैश और बैंक बैलेंस 18,150 करोड़ रुपए है। VI अपने नेटवर्क एक्सपेंशन के लिए के लिए फंड जुटाने के लिए बैंकों के एक कॉन्सोर्टियम के साथ बातचीत कर रही है। कंपनी 25,000 करोड़ रुपए जुटाने के साथ-साथ 10,000 करोड़ रुपए तक की अतिरिक्त नॉन-फंड बेस्ड फैसिलिटिज की तलाश कर रही है।
पहली तिमाही में लॉस लेकिन पिछले साल से 18% कम
वोडाफोन-आइडिया (VI) को वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में 6,432 करोड़ रुपए का कॉन्सोलिडेटेड लॉस हुआ। एक साल पहले की समान तिमाही में कंपनी को 7,840 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ था। सालाना आधार पर VI के नुकसान में 17.96% की कमी आई है।
अप्रैल-जून तिमाही में वोडाफोन-आइडिया का कॉसॉलिडेटेड ऑपरेशनल रेवेन्यू सालाना आधार पर 1.3% कम होकर 10,508.30 करोड़ रुपए रहा। एक साल पहले की समान तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू 10,655.50 करोड़ रुपए रहा था। वस्तुओं और सेवाओं को बेचने से मिली राशि को रेवेन्यू या राजस्व कहा जाता है।
वोडाफोन-आइडिया का ARPU 146 रुपए रहा
अप्रैल-जून तिमाही के दौरान वोडाफोन-आइडिया का ‘एवरेज रेवेन्यू प्रति यूजर’ (ARPU) 4.5% बढ़कर 146 रुपए रहा। पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में यह 139 रुपए रहा था। कंपनी ने 4 जुलाई से रिचार्ज की कीमतों में 25% तक बढ़ोतरी कर दी है।