Sensex Nifty at Record High: शेयर बाजार में आज 29 अगस्त को नया रिकॉर्ड बना। सेंसक्स और निफ्टी दोनों अपने अबतक के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गए। इसके साथ ही यह लगातार 11वां दिन है, जब दोनों इंडेक्स तेजी के साथ कारोबार कर रहे हैं। हालांकि आज बाजार की शुरुआत लाल निशान के साथ हुई थी। अमेरिकी से मिले कमजोर संकेतों के चलते बाजार मामूली गिरावट के साथ खुले, लेकिन ये जल्दी संभल गए। खासतौर से आईटी और बैकिंग शेयरों में तेजी ने सेंसेक्स को नई ऊंचाई पर पहुंचा दिया।
सेंसेक्स दिन के कारोबार में करीब 430 अंक उछलकर 82,220.68 के अपने नए उच्चतम स्तर पर पहुंचा गया। वहीं निफ्टी ने भी 0.5 फीसदी की छलांग लगाकर 25,174.55 का अपना नया ऑलटाइम हाई छुआ। आइए जानते हैं आज शेयर बाजार में तेजी के पीछे क्या प्रमुख कारण रहे-
अमेरिका में ब्याज दरें जल्द घटने की उम्मीद
अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने अपनी अगली बैठक के दौरान ब्याज दरों में कटौती का संकेत दिया है। इस खबर ने भारतीय आईटी कंपनियों के शेयरों में खरीदारी बढ़ा दी है। आईटी शेयरों का सेंसेक्स और निफ्टी में क्रमश: 12.35 फीसदी और 13.76 फीसदी वेटेज है। ब्याज दरें घटने से अमेरिकी इकोनॉमी में तेज रिवाइवल देखने को मिल सकता है, जो भारतीय आईटी कंपनियों के कारोबार को फायदा पहुंचा सकता है।
विदेशी निवेशकों की वापसी
ब्याज दरें घटने से विदेशी निवेशकों की बड़े पैमाने पर भारतीय स्टॉक मार्केट में वापसी हो सकती है। इसके चलते लार्जकैप शेयरों की मांग बढ़ गई है। कई एक्सपर्ट्स का कहना है कि लार्जकैप सेगमेंट का वैल्यूएशन अभी भी आकर्षक बना हुआ है। दूसरी ओर मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में ऊंचे वैल्यूएशन से जुड़ी चितांओं के चलते मुनाफावसूली देखने को मिल रही है।
हर गिरावट पर खरीदारी
एक्सपर्ट्स का कहना है कि निवेशक हर गिरावट पर खरीदारी कर रहे हैं, जिसके चलते शेयर मार्केट लगातार रिकॉर्ड हाई के करीब बना हुआ है। आज 29 अगस्त को भी बाजार गिरावट के साथ खुला, लेकिन फिर भी निवेशकों की खरीदारी ने इस रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचा दिया। एस्क्वायर कैपिटल इनवेस्टमेंट एडवाइजर्स के चीफ एग्जिक्यूटिव सम्राट दासगुप्ता ने बताया, “भारतीय बाजारों में जब तक लिक्विडिटी आती रहेगी, तब तक तेजी जारी रहेगी। निवेशक बाजार में बड़े मूवमेंट का लाभ उठाने के लिए हर गिरावट पर खरीदारी कर रहे हैं।”
घरेलू संस्थागत निवेशकों (DII) ने पिछले पिछले 19 में से 17 दिन शेयर बाजार में शुद्ध रूप से पैसा डाला है। इस दौरान उन्होंने कुल करीब 486 अरब रुपये का निवेश किया है।