Uncategorized

₹1,444 तक जा सकते हैं पेटीएम के शेयर, एक्सपर्ट्स क्यों हैं इतने बुलिश?

 

Paytm Share Price: पेटीएम के शेयरों में निवेश करने वाले निवेशकों के लिए अच्छी खबर है। पेटीएम की मूल कंपनी वन 97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड के शेयर 3 गुना छलांग लगाकर 1444 रुपये तक पहुंच सकते हैं। ब्रोक्रेज फर्म वेंचुरा सिक्योरिटीज ने पेटीएम पर एक रिसर्च नोट जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि इसके बेस केस अनुमानों के अनुसार, अगले 24 महीनों में शेयर दोगुना होकर 1,170 रुपये पर पहुंच सकता है। घरेलू ब्रोकरेज ने 1,444 रुपये प्रति शेयर का टार्गेट प्राइस दिया है। यह शेयर की मौजूदा कीमत में लगभग तीन गुना उछाल का संकेत देता है।

आज पेटीएम के शेयर 559 रुपये पर खुले और देखते ही देखते 564.80 रुपये तक पहुंच गए। सुबह साढ़े नौ बजे के करीब यह स्टॉक 2 फीसद से अधिक तेजी के साथ 550 रुपये के आसपास ट्रेड कर रहा था। इसका 52 हफ्ते का हाई 998.30 रुपये और लो 310 रुपये है। अपने बियर केस अनुमानों के साथ भी, वेंचुरा को यह शेयर 870 रुपये के स्तर के योग्य लगता है। यानी बुरे हालत में भी यह हर शेयर पर करीब 320 रुपये का मुनाफा देकर जाएगा

इतना बुलिश क्यों है फर्म?

बिजनेस टूडे की रिपोर्ट के मुताबिक वेंचुरा सिक्योरिटीज ने कहा है कि अपनी कोर पेमेंट सर्विस को बढ़ाने और वित्तीय सेवाओं में विस्तार करने पर क्लियर फोकस रखने के साथ, पेटीएम बढ़ती डिजिटल अर्थव्यवस्था का लाभ उठाने के लिए अच्छी स्थिति में है।

वन 97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड की सहयोगी कंपनी पेटीएम पेमेंट बैंक पर आरबीआई की सख्ती के बावजूद, वेंचुरा ने पेटीएम के बिजनेस मॉडल को मजबूत और प्रौद्योगिकी को गोल्ड स्टैंडर्ड कहा। वेंचुरा ने कहा, “पेटीएम का पैन-इंडिया मर्चेंट बेस 40.7 मिलियन है और 78 मिलियन मंथली ट्रांजैक्शन करने वाले यूजर्स रेकरिंग रेवेन्यू स्टीम के लिए एक मजबूत ईको सिस्टम प्रस्तुत करते हैं। यूपीआई पसंदीदा डिजिटल भुगतान माध्यम के रूप में उभर रहा है और पेटीएम द्वारा शुरू किया गया साउंडबॉक्स पेमेंट के लिए एक आवश्यक टूलकिट बन रहा है, पेटीएम इससे जुड़ी टेलविंड से लाभ उठाने के लिए अच्छी स्थिति में है।”

बेस केस अनुमान

वित्त वर्ष 24-27 के लिए वेंचुरा को उम्मीद है कि पेटीएम का रेवेन्यू 14.1 प्रतिशत की सीएजीआर से बढ़कर 14,531 करोड़ रुपये, कंट्रीब्यूशन प्रॉफिट 15.6 प्रतिशत बढ़कर 8,301 करोड़ रुपये और प्री-ईएसओपी एबिटा 54.5 प्रतिशत बढ़कर 1,829 करोड़ रुपये हो जाएगा। इसके अलावा ईएसओपी के बाद एबिटा और नेट इनकम प्रॉफिटेबल होने का अनुमान है। इसके वित्त वर्ष 27 तक 1,379 करोड़ रुपये और 1,388 करोड़ रुपये रहने का अनुमान है, जबकि वित्त वर्ष 24 में 908 करोड़ रुपये और 1,417 करोड़ रुपये का घाटा होगा। वेंचुरा ने कहा, “पेटीएम वॉलेट, फास्टैग, बीएनपीएल और रूम रेंट के पेमेंट जो बंद कर दिए गए थे, RBI की सख्ती के बादल छंटने के बाद फिर से शुरू होने की उम्मीद है।”

(डिस्‍क्‍लेमर: एक्सपर्ट्स की सिफारिशें, सुझाव, विचार और राय उनके अपने हैं, लाइव हिन्दुस्तान के नहीं। यहां सिर्फ शेयर के परफॉर्मेंस की जानकारी दी गई है, यह निवेश की सलाह नहीं है। शेयर बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन है और निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।)

Source link

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Most Popular

To Top