Reliance AGM: मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के लिए गुरुवार यानी 29 अगस्त का दिन काफी अहम है। सप्ताह के चौथे दिन दोपहर 2 बजे रिलायंस एजीएम (एनुअल जनरल मीटिंग) निर्धारित है। इस बार की मीटिंग में कई बड़े ऐलान होने की उम्मीद है। इनमें से एक बड़ा ऐलान जियो और रिटेल के आईपीओ से जुड़ा हो सकता है। बता दें कि 2019 के रिलायंस एजीएम में आईपीओ लाने के संकेत दिए गए थे। इसके बाद से ही निवेशकों को हर एजीएम में इसके ऐलान की उम्मीद बनी रहती है।
सबसे बड़े आईपीओ की उम्मीद
इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक रिलायंस जियो का आईपीओ अब तक की सबसे बड़ी पेशकश हो सकती है। ब्रोकरेज जेफरीज का मानना है कि साल 2025 में जियो की धमाकेदार लिस्टिंग 112 बिलियन डॉलर के मूल्यांकन पर हो सकती है। भारत में अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ साल 2022 में जीवन बीमा निगम यानी एलआईसी का था। यह आईपीओ 21,000 करोड़ रुपये का था। वहीं, हुंडई मोटर की भारतीय इकाई ने भी 17.5% हिस्सेदारी बेचकर ₹25,000 करोड़ जुटाने के लिए आईपीओ के लिए नियामक मंजूरी मांगी है।
– ब्रोकरेज जेएम फाइनेंशियल सर्विसेज ने एक रिपोर्ट में कहा कि निवेशक रिलायंस के तेल-से-रसायन (ओ2सी) कैटेगरी में किसी भी संभावित स्ट्रैटजिक हिस्सेदारी की बिक्री पर भी नजर रखेंगे। संभावित खरीदारों, ट्रांजैक्शन वैल्यू और ऐसी बिक्री के स्ट्रैटजिक बेनिफिट्स के डिटेल पर बारीकी से नजर रखी जाएगी।
– एजीएम में रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में चल रही परियोजनाओं के संबंध में अपडेट पर भी नजर रहेगी। निवेशक परियोजना चालू करने और इन उद्यमों से संभावित कमाई के आकलन के लिए विशिष्ट समयसीमा के बारे में जानकारी लेना चाहेंगे। रिलायंस ने अपने सौर विनिर्माण व्यवसाय के लिए पूंजीगत व्यय में $1 बिलियन का आवंटन किया है। बता दें कि रिलायंस जामनगर में एक बड़े ग्रीन एनर्जी कैंपस का निर्माण कर रहा है, जिसमें सौर पीवी, एनर्जी स्टोरेज, इलेक्ट्रोलाइजर, ईंधन सेल और पावर इलेक्ट्रॉनिक्स के लिए गीगा कारखाने शामिल होंगे।
पिछले साल की एजीएम में मुकेश अंबानी ने घोषणा की थी कि वह अगले पांच साल तक कंपनी के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक का पद बरकरार रखेंगे। इस साल निवेशक नेतृत्व परिवर्तन से संबंधित आगे के अपडेट पर नजर रखेंगे।