कंपटीशन कमीशन ऑफ इंडिया (CCI) ने रिलायंस की सब्सडियरी कंपनी वायाकॉम-18 और डिज्नी के मर्जर को मंजूरी दे दी है। CCI ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर इस डील के कन्फर्मेशन की जानकारी दी है।
भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग ने पोस्ट में लिखा है कि रिलायंस इंडस्ट्रीज, वायाकॉम-18 मीडिया प्राइवेट लिमिटेड, डिजिटल-18 मीडिया लिमिटेड, स्टार इंडिया लिमिटेड और स्टार टेलीविजन प्रोडक्शंस लिमिटेड के विलय से जुड़े प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई है। यह कुछ वॉलंटरी मोडिफिकेशन के अधीन है।
डील की शर्तों के तहत वायकॉम-18 के मीडिया ऑपरेशन का स्टार इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (SIPL) के साथ मर्जर किया जाएगा। जॉइंट वेंचर का मूल्य पोस्ट-मनी बेसिस पर 70,350 करोड़ रुपए है, जिसमें रिलायंस अपनी ग्रोथ स्ट्रेटेजी के लिए वेंचर में 11,500 करोड़ रुपए का निवेश करेगी।
फरवरी 2024 में हुई थी मर्जर की घोषणा
CCI ने यह घोषणा RIL की 47वीं एनुअल जनरल मीटिंग से एक दिन पहले की है। फरवरी 2024 में RIL की सब्सिडियरी कंपनी वायकॉम-18 और डिज्नी की इंडियन यूनिट स्टार इंडिया ने भारत के सबसे बड़े टीवी और डिजिटल स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म में से एक बनाने के लिए अपने बिजनेस के विलय की घोषणा की थी।
मर्जर के बाद 120 चैनल, विज्ञापन बाजार में 40% हिस्सेदारी
पिछले कुछ सालों में दोनों कंपनियों ने अपने कुछ स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्मों पर फ्री में क्रिकेट मैच दिखाकर यूजर्स को आकर्षित किया है। रिलायंस-डिज्नी का लक्ष्य भारत का सबसे बड़ा एंटरटेनमेंट प्लेयर बनाना है, जो सोनी, नेटफ्लिक्स और अमेजन जैसी कंपनियों से कॉम्पिटीशन करेगा।
इनके मर्जर से बनने वाली नई एंटिटी में 120 टीवी चैनल और दो स्ट्रीमिंग सर्विस शामिल होंगी। ब्रोकरेज फर्म जेफरीज कहना है कि डिज्नी और रिलायंस के जॉइंट वेंचर की टीवी और स्ट्रीमिंग सेगमेंट के विज्ञापन बाजार में 40% हिस्सेदारी होगी।
भारत की सबसे बड़ी प्राइवेट सेक्टर कंपनी है रिलायंस
रिलायंस भारत की सबसे बड़ी प्राइवेट सेक्टर कंपनी है, जिसका मार्केट कैप 20,29710.68 करोड़ है। रिलायंस अभी हाइड्रोकार्बन एक्सप्लोरेशन और प्रोडक्शन, पेट्रोलियम रिफाइनिंग और मार्केटिंग, पेट्रोकेमिकल्स, एडवांस मटेरियल और कंपोजिट, रिन्यूएबल एनर्जी (सोलर और हाइड्रोजन), डिजिटल सर्विस और रिटेल सेक्टर में काम करती है।