अमेरिका की प्रॉक्सी एडवाइजरी कंपनी ग्लास लुइस ने गॉडफ्रे फिलिप्स के शेयरधारकों को सलाह दी है कि वे 6 सितंबर को होने वाली सालाना आम बैठक (AGM) में बीना मोदी को मैनेजिंग डायरेक्टर के रूप में दोबारा नियुक्त करने के विशेष प्रस्ताव के खिलाफ वोटिंग करें। ग्लास लुइस ने बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में समीर मोदी की मौजूदगी का समर्थन किया है।
गॉडफ्रे फिलिप्स इंडिया ने 6 सितंबर 2024 को अपनी AGM निर्धारित की है, जिसमें उसने अपने शेयरधारकों के मंजूरी के लिए पांच साधारण प्रस्ताव और एक विशेष प्रस्ताव रखा है। चूंकि, बीना मोदी का पारिश्रमिक 5 करोड़ रुपये या कंपनी के शुद्ध लाभ के 2.5 पर्सेंट की सीमा से ज्यादा है, इसलिए गॉडफ्रे फिलिप्स को एक विशेष प्रस्ताव की जरूरत है, जिसे कुल डाले गए मतों के 75 पर्सेंट के बहुमत से पारित किया जाना है।
विशेष प्रस्ताव का विरोध करते हुए ग्लास लुइस ने कहा कि बीना मोदी को कमीशन के भुगतान के लिए परफॉर्मेंस से जुड़ी कोई शर्त तय नहीं है और उनकी नियुक्ति को-चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर के रूप में है। अमेरिकी एडवाइजरी फर्म ग्लास लिविस की रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रमोटर विवाद के बीच यह मुमकिन है कि बोर्ड ने कॉरपोरेट गवर्नेंस से जुड़े नियमों का ठीक से पालन नहीं किया हो।
यह रिपोर्ट के. के. मोदी में बीना मोदी और उनके बेटे समीर मोदी के बीच चल रहे विवाद के बीच आई है। मोदी एंटरप्राइजेज की चेयरमैन बीना मोदी के बेटे समीर मोदी, ग्रुप की कई कंपनियों के बोर्ड में हैं। साथ ही, वह फिलहाल गॉडफ्रे फिलिप्स के एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर हैं। गॉडफ्रे फिलिप्स भी मोदी एंटरप्राइजेज से जुड़ी कंपनियों में शामिल है। हालांकि, वह रोटेशन की वजह से आगामी एन्युअल जनरल मीटिंग (AGM) से बाहर निकलने वाले हैं।