ओरिएंटल ट्राइमेक्स (Oriental Trimex) के शेयर सोमवार को फोकस में रहने वाले हैं। दरअसल कंपनी ने स्लैब कटिंग के लिए केबल मशीनों के बिजनेस में उतरने की घोषणा की है। यह नेचुरल स्टोन प्रोसेसिंग और ट्रेडिंग सेक्टर की कंपनी है। बीते शुक्रवार को कंपनी के शेयरों में 20 फीसदी की दमदार तेजी देखी गई और यह स्टॉक BSE पर 14.36 रुपये के भाव पर बंद हुआ है। इस तेजी के साथ कंपनी का मार्केट कैप 42.22 करोड़ रुपये हो गया है। स्टॉक का 52-वीक हाई 14.45 रुपये और 52-वीक लो 6.26 रुपये है। इस स्टॉक ने पिछले एक साल में 91 फीसदी का तगड़ा रिटर्न दिया है।
क्या है कंपनी का प्लान?
स्मॉल-कैप कंपनी ने भारतीय एक्सचेंज फाइलिंग में कैपेक्स एक्सपेंशन के बारे में जानकारी दी है। कंपनी ने कहा, “ओरिएंटल ट्राइमेक्स दो दशकों से अधिक समय से नेचुरल स्टोन का एक लीडिंग प्रोसेसर और ट्रेडर है। कंपनी चीन से एक अत्याधुनिक वायर-बेस्ड गैंगसॉ मशीन, जिसे आमतौर पर “स्लैब कटिंग के लिए केबल मशीन” के रूप में जाना जाता है, का आयात करने जा रही है।” कंपनी के मुताबिक यह अत्याधुनिक तकनीक भारत में अपनी तरह की पहली तकनीक होगी और दिसंबर 2024 तक चेन्नई के पास कंपनी के गुम्मिडिपोंडी प्लांट में चालू हो जाएगी।
अपनी बाजार उपस्थिति को मजबूत करने के लिए ओरिएंटल ट्राइमेक्स सितंबर 2024 तक ग्रेटर नोएडा में 21,000 वर्ग फुट का शोरूम खोलेगी। यह शोरूम, आगामी जेवर एयरपोर्ट और एरोसिटी के पास रणनीतिक रूप से स्थित है। कंपनी ने दिल्ली में एक नए शोरूम के साथ विस्तार करने की भी योजना बनाई है। ओरिएंटल ट्राइमेक्स ने ओडिशा में 12.260 एकड़ में फैली जेट ब्लैक ग्रेनाइट खदान के लिए 30 साल का लीज हासिल किया है। लगभग 258.77 करोड़ रुपये की कीमत वाली इस खदान से कंपनी के रेवेन्यू और प्रॉफिटेबिलिटी में बढ़ोतरी होने की उम्मीद है।
दिसंबर 2024 से ओरिएंटल ट्राइमेक्स लिमिटेड अपने प्रोडक्ट्स की पेशकश में विविधता लाएगी, जिसमें कम लागत वाले भारतीय ग्रेनाइट, डिजाइन किए गए पोर्सिलेन टाइल, चीन से नैनो स्टोन और मार्बल डिजाइन किए गए क्वार्ट्ज स्टोन शामिल होंगे। इस विस्तारित पोर्टफोलियो का उद्देश्य केंद्र सरकार की ‘स्मार्ट सिटी’ योजना के तहत विशेष रूप से टियर 2 और टियर 3 शहरों में कस्टमर बेस को सर्विस देना है। इसके अलावा, ओरिएंटल ट्राइमेक्स कर्ज-मुक्त होने की दिशा में भी आगे बढ़ रही है। कंपनी ने वन-टाइम सेटलमेंट समझौते के तहत एडलवाइस ARC को 38.25 करोड़ रुपये का भुगतान करके अपना कर्ज कम कर लिया है। कंपनी सितंबर 2024 तक कर्ज मुक्त होने की कगार पर है।