सार्वजनिक क्षेत्र की महारत्न कंपनी तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम (ओएनजीसी) ने रविवार को कहा कि उसने बंगाल की खाड़ी में कृष्णा गोदावरी बेसिन में अपनी प्रमुख गहरे समुद्र की परियोजना का एक और कुआं खोला है. कंपनी ने कहा कि इससे उसे कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस का उत्पादन बढ़ाने में मदद मिलेगी. इस साल जनवरी में, ओएनजीसी ने केजी-डीडब्ल्यूएन-98/2 या केजी-डी5 ब्लॉक से तेल का उत्पादन शुरू किया था. इसे रिफाइनरियों में पेट्रोल और डीजल जैसे ईंधन में परिवर्तित किया जाता है.
ब्लॉक केजी में पांचवें तेल कुएं से शुरू हुआ उत्पादन
कंपनी ने रविवार को शेयर बाजार को बताया, ’24 अगस्त, 2024 को ओएनजीसी ने ब्लॉक केजी-डीडब्ल्यूएन-98/2 संकुल-2 परिसंपत्ति में अपने पांचवें तेल कुएं से उत्पादन शुरू करके एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर हासिल किया.’ सूचना में आगे कहा गया कि फ्लोटिंग उत्पादन, भंडारण और ऑफलोडिंग (एफपीएसओ) जलयान का लाभ उठाते हुए, ओएनजीसी ने संबद्ध गैस का परिवहन और बिक्री शुरू कर दी है. ओएनजीसी ने हालांकि यह नहीं बताया कि नया कुआं कितना उत्पादन कर रहा है.
गैस निर्यात लाइन भी हो गई है शुरू, सात में से तीन कुएं चालू
कंपनी की रेगुलेटरी फाइलिंग के मुताबिक अपतटीय-से-तटीय टर्मिनल से अपनी गैस निर्यात लाइन को भी सफलतापूर्वक चालू कर दिया. कंपनी ने कहा, ‘इससे पहले जनवरी में, उसी परिसंपत्ति से तेल उत्पादन शुरू हुआ था, जिसमें 13 में से चार कुओं में पहले से ही प्रवाह हो रहा था. गैस उत्पादन भी आगे बढ़ रहा है और सात में तीन कुएं चालू हैं.’ केजी बेसिन में रिलायंस इंडस्ट्रीज के केजी-डी6 ब्लॉक के बगल में स्थित इस ब्लॉक में कई खोजें हैं, जिन्हें संकुल में जोड़ा गया है.
शुक्रवार को गिरावट के साथ बंद हुआ बाजार, सालभर में दिया 82.37 फीसदी रिटर्न
आंध्र प्रदेश के तट से 35 किलोमीटर दूर 300-3,200 मीटर की गहराई में स्थित इस ब्लॉक में खोजों को संकुल-एक, दो और तीन में विभाजित किया गया है. संकुल दो में उत्पादन शुरू किया जा रहा है. शुक्रवार को कारोबारी सत्र के दौरान 1.77 फीसदी या 5.75 अंकों के करेक्शन के साथ 318.60 रुपए पर बंद हुआ. ओनएनजीसी के शेयर ने निवेशकों में पिछले छह महीने में 18.07 फीसदी और एक साल में 82.37 फीसदी रिटर्न दिया है. ओएनजीसी का मार्केट कैप 4.02 लाख करोड़ रुपए है