Indian Phosphate IPO: इंडियन फॉस्फेट लिमिटेड का आईपीओ 26 अगस्त को सब्सक्रिप्शन के लिए खुलने वाला है। कंपनी का इरादा आईपीओ के जरिए 67.36 करोड़ रुपये जुटाने का है। निवेशकों के पास इसमें 29 अगस्त तक निवेश का मौका रहेगा। इश्यू के लिए 94-99 रुपये प्रति शेयर का प्राइस बैंड तय किया गया है। इस आईपीओ के तहत 68.04 लाख फ्रेश इक्विटी शेयर जारी किए जाएंगे। वहीं, इसमें ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिए कोई बिक्री नहीं होगी। इसका मतलब है कि आईपीओ से होने वाली पूरी आय कंपनी को जाएगी। कंपनी के शेयरों की लिस्टिंग NSE SME प्लेटफॉर्म पर होगी।
Indian Phosphate IPO से जुड़ी डिटेल
इंडियन फॉस्फेट ने एंकर निवेशकों से 189.37 करोड़ रुपये जुटा लिए हैं। सब्सक्रिप्शन के बाद सफल निवेशकों को शेयरों का अलॉटमेंट शुक्रवार, 30 अगस्त 2024 को होने की उम्मीद है। कंपनी के शेयरों की लिस्टिंग के लिए संभावित तारीख मंगलवार, 3 सितंबर 2024 तय की गई है। इस आईपीओ में आवेदन करने के लिए मिनिमम लॉट साइज 1200 शेयर है। रिटेल निवेशकों को इसमें कम से कम 118800 रुपये का निवेश करना होगा।
बीलाइन कैपिटल एडवाइजर्स प्राइवेट लिमिटेड इंडियन फॉस्फेट आईपीओ का बुक रनिंग लीड मैनेजर है, जबकि बिगशेयर सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड इस इश्यू का रजिस्ट्रार है। इंडियन फॉस्फेट आईपीओ के लिए मार्केट मेकर स्प्रेड एक्स सिक्योरिटीज है। रविन्द्र सिंह, ममता अरोड़ा और रुशिल अरोड़ा कंपनी के प्रमोटर हैं।
Indian Phosphate IPO का GMP
इंडियन फॉस्फेट के आईपीओ को ग्रे मार्केट से मजबूत रिस्पॉन्स मिल रहा है। आज 24 अगस्त को यह इश्यू अनलिस्टेड मार्केट में 90 रुपये के प्रीमियम पर ट्रेड कर रहा है। इस हिसाब से कंपनी के शेयरों की लिस्टिंग 189 रुपये के भाव पर होने की संभावना है। अगर ऐसा होता है तो निवेशकों को लिस्टिंग पर 90.91 फीसदी का तगड़ा मुनाफा होगा।
Indian Phosphate के बारे में
इंडियन फॉस्फेट लिमिटेड की स्थापना साल 1998 में हुई थी। यह कंपनी लीनियर एल्काइल बेंजीन सल्फोनिक एसिड 90% का उत्पादन करती है, जिसे आमतौर पर LABSA के रूप में जाना जाता है। यह एक आयनिक सर्फेक्टेंट है जिसका इस्तेमाल सभी तरह के वाशिंग पाउडर, केक, टॉयलेट क्लीनर और लिक्विड डिटर्जेंट के निर्माण में किया जाता है।
कंपनी “सिंगल सुपर फॉस्फेट” (SSP) और “ग्रेन्यूल्स सिंगल सुपर फॉस्फेट” (GSSP) भी बनाती है, जो फर्टिलाइजर कंट्रोल रेगुलेशन ऑफ इंडिया के मानदंडों के अनुसार पाउडर और ग्रेन्यूल्स के रूप में निर्मित और सप्लाई की जाती है और जिंक और बोरॉन से फोर्टिफाइड होती है।