भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने मई 2017 और मई 2020 के बीच जारी किए गए सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB) को समय से पहले भुनाने की तारीखों की घोषणा कर दी है। निवेशक इसे 11 अक्टूबर 2024 से 7 फरवरी 2025 के बीच रीडीम कर सकेंगे।
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड को भारत सरकार जारी करती है। इस पर सालाना 2.5% ब्याज मिलता है और सोने की कीमत जितनी बढ़ती है उसका भी फायदा मिलता है। गोल्ड बॉन्ड की अवधि 8 साल है, लेकिन जारी होने की तारीख से पांचवें साल के बाद इसे रिडीम किया जा सकता है।
रिडेम्प्शन प्राइस: तीन बिजनेस डेज के एवरेज प्राइस से कैलकुलेशन
RBI रिडेम्प्शन डेट से पहले तीन बिजनेस डेज में 999 शुद्धता वाले सोने के क्लोजिंग प्राइस के औसत के आधार पर सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के लिए प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन प्राइस कैलकुलेट करती है। इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) यह जानकारी पब्लिश करता है।
उदाहरण के लिए, 23 अप्रैल 2024 के रिडेम्प्शन के लिए प्राइस 18, 19 और 22 अप्रैल, 2024 को सोने के एवरेज क्लोजिंग प्राइस पर बेस्ड था। यानी, इस बार अगर आप 12 नवंबर 2024 के लिए रिडेम्प्शन कर रहे हैं तो प्राइस 9, 10 और 11 नवंबर के क्लोजिंग प्राइस पर बेस्ड होगा।
SNo. | ट्रांच | इश्यू डेट | कूपन पेमेंट डेट | रिडेम्प्शन डेट (शुरू) | रिडेम्प्शन डेट (खत्म) |
1 | 2017-18 Series I | May 12, 2017 | November 12, 2024 | October 11, 2024 | November 2, 2024 |
2 | 2017-18 Series II | July 28, 2017 | January 28, 2025 | December 27, 2024 | January 18, 2025 |
3 | 2017-18 Series III | October 16, 2017 | October 16, 2024 | September 16, 2024 | October 7, 2024 |
4 | 2017-18 Series IV | October 23, 2017 | October 23, 2024 | September 23, 2024 | October 14, 2024 |
5 | 2017-18 Series V | October 30, 2017 | October 30, 2024 | September 30, 2024 | October 21, 2024 |
6 | 2017-18 Series VI | November 6, 2017 | November 6, 2024 | October 5, 2024 | October 28, 2024 |
7 | 2017-18 Series VII | November 13, 2017 | November 13, 2024 | October 11, 2024 | November 4, 2024 |
8 | 2017-18 Series VIII | November 20, 2017 | November 20, 2024 | October 19, 2024 | November 11, 2024 |
9 | 2017-18 Series IX | November 27, 2017 | November 27, 2024 | October 25, 2024 | November 18, 2024 |
10 | 2017-18 Series X | December 4, 2017 | December 4, 2024 | November 4, 2024 | November 25, 2024 |
11 | 2017-18 Series XI | December 11, 2017 | December 11, 2024 | November 11, 2024 | December 2, 2024 |
12 | 2017-18 Series XII | December 18, 2017 | December 18, 2024 | November 18, 2024 | December 9, 2024 |
13 | 2017-18 Series XIII | December 26, 2017 | December 26, 2024 | November 26, 2024 | December 16, 2024 |
14 | 2017-18 Series XIV | January 1, 2018 | January 1, 2025 | November 30, 2024 | December 23, 2024 |
15 | 2018-19 Series I | May 4, 2018 | November 4, 2024 | October 4, 2024 | October 25, 2024 |
16 | 2018-19 Series II | October 23, 2018 | October 23, 2024 | September 23, 2024 | October 14, 2024 |
17 | 2018-19 Series III | November 13, 2018 | November 13, 2024 | October 11, 2024 | November 4, 2024 |
18 | 2018-19 Series IV | January 1, 2019 | January 1, 2025 | November 30, 2024 | December 23, 2024 |
19 | 2018-19 Series V | January 22, 2019 | January 22, 2025 | December 21, 2024 | January 13, 2025 |
20 | 2018-19 Series VI | February 12, 2019 | February 12, 2025 | January 10, 2025 | February 3, 2025 |
21 | 2019-20 Series I | June 11, 2019 | December 11, 2024 | November 11, 2024 | December 2, 2024 |
22 | 2019-20 Series II | July 16, 2019 | January 16, 2025 | December 17, 2024 | January 6, 2025 |
23 | 2019-20 Series III | August 14, 2019 | February 14, 2025 | January 15, 2025 | February 4, 2025 |
24 | 2019-20 Series IV | September 17, 2019 | March 17, 2025 | February 15, 2025 | March 7, 2025 |
25 | 2019-20 Series V | October 15, 2019 | October 15, 2024 | September 14, 2024 | October 5, 2024 |
26 | 2019-20 Series VI | October 30, 2019 | October 30, 2024 | September 30, 2024 | October 21, 2024 |
27 | 2019-20 Series VII | December 10, 2019 | December 10, 2024 | November 8, 2024 | November 30, 2024 |
28 | 2019-20 Series VIII | January 21, 2020 | January 21, 2025 | December 21, 2024 | January 13, 2025 |
29 | 2019-20 Series IX | February 11, 2020 | February 11, 2025 | January 10, 2025 | February 1, 2025 |
30 | 2019-20 Series X | March 11, 2020 | March 11, 2025 | February 7, 2025 | March 1, 2025 |
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड: 2015 में गोल्ड इंपोर्ट घटाने के मकसद से शुरू हुई
भारतीय रिजर्व बैंक ने फिजिकल गोल्ड का अल्टरनेटिव देने करने के लिए नवंबर 2015 में सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB) स्कीम शुरू की थी। इस स्कीम का मकसद सोने की मांग को कम करना और आयात पर अंकुश लगाना भी था।
निवेश की लिमिट: अधिकतम 4 किलो सोने में कर सकते हैं इन्वेस्ट
SGBs के जरिए कोई शख्स एक वित्त वर्ष में कम से कम 1 ग्राम और अधिकतम 4 किलोग्राम सोने में निवेश कर सकता है। जॉइंट होल्डिंग के मामले में 4 KG की निवेश सीमा पहले आवेदक पर ही लागू होगी। वहीं किसी ट्रस्ट के लिए खरीद की अधिकतम सीमा 20 किलो है।
निवेश का फायदा: शुद्धता और सुरक्षा की चिंता नहीं, हरा साल ब्याज भी
SGBs में शुद्धता की चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। गोल्ड बॉन्ड की कीमत इंडियन बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) के प्रकाशित 24 कैरेट शुद्धता वाले सोने की कीमत से लिंक होती है। इसके साथ ही इसे डीमैट के रूप में रखा जा सकता है, जो काफी सुरक्षित है और उस पर कोई खर्च भी नहीं होता है। इस पर सालाना 2.5% ब्याज मिलता है और सोने की कीमत जितनी बढ़ती है उसका भी फायदा मिलता है।
निवेश पर रिटर्न: 8 साल में 170% का रिटर्न, हर साल 2.5% ब्याज अलग
2015-16 में जब सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम को लॉन्च किया गया था, तब इसका प्रति ग्राम भाव 2,684 रुपए था। इस पर 50 रुपए का डिस्काउंट था। यानी, भाव 2,634 रुपए हो गया था। अभी 999 शुद्धता वाले सोने का भाव 7,000 रुपए के करीब है। यानी 8 साल में में सोने ने करीब 170% का रिटर्न दिया है। इसके अलावा हर साल 2.5% का ब्याज भी मिला है।