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शेयर बाजार में इस हफ्ते तेजी की उम्मीद: GDP आंकड़ों से लेकर रिलायंस की AGM, 5 फैक्टर्स तय करेंगे बाजार की चाल

 

इस हफ्ते शेयर बाजार में तेजी रहने की उम्मीद है। भारत और अमेरिका के जून तिमाही के GDP आंकड़ों से लेकर रिलायंस इंडस्ट्रीज की AGM और अन्य ग्लोबल इवेंट से बाजार की चाल तय होगी।

 

पिछले हफ्ते BSE का 30 शेयरों वाला इंडेक्स सेंसेक्स 0.81% और NSE निफ्टी 1.15% चढ़ा, जबकि निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 1.6% और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 3.50% चढ़कर बंद हुआ।

पांच फैक्टर्स से तय होगी बाजार की चाल:
1. भारत की जून तिमाही की GDP:
30 अगस्त को 2024-2025 के पहली तिमाही के आंकड़े जारी किए जाएंगे। इकोनॉमिस्टों को उम्मीद है कि अप्रैल-जून तिमाही में GDP 6-7% के दायरे में रहेगी। मार्च तिमाही में GDP 7.8% रही थी।

एक्सपर्ट के अनुसार, सरकारी पूंजीगत व्यय में संकुचन और अर्बन कंज्यूमर कॉन्फिडेंस में गिरावट से ग्रोथ पर असर पड़ सकता है। भारतीय रिज़र्व बैंक ने पहले ही Q1FY25 के लिए अपने विकास अनुमान को 7.3% से घटाकर 7.1% कर दिया है।

2. रिलायंस इंडस्ट्रीज की AGM: 29 अगस्त को दोपहर 2:00 बजे बिलेनियर मुकेश अंबानी के स्वामित्व वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज की 47वीं एनुअल जनरल मीटिंग होगी। बीते हफ्ते के दौरान स्टॉक में 1.47% की तेजी आई। इस हफ्ते में इसमें तेजी की उम्मीद है। तेजी जारी रही।

इस मीटिंग में रिलायंस जियो इन्फोकॉम के साथ-साथ रिलायंस रिटेल के IPO की घोषणा हो सकती है। लंबे समय से इसे लेकर चर्चा चल रही है। इसके अलावा न्यूज एनर्जी बिजनेस को लेकर कंपनी के क्या फ्यूचर प्लान है उसके अपडेट पर भी शेयर बाजार का फोकस होगा।

3. अमेरिकी की GDP के आंकड़े: अमेरिका के Q2-CY24 की GDP का दूसरा एस्टीमेट 29 अगस्त को जारी होगा। इससे पहले जुलाई में पब्लिश किए गए पहले एस्टीमेंट में GDP 2.8% की दर से बढ़ी थी। वहीं Q1-CY24 में GDP 1.4% की दर से बढ़ी थी।

निवेशकों की नजर अमेरिका के GDP आंकड़ों के अलावा वीकली जॉब डेटा, कोर PCE प्राइस इंडेक्स और रियल कंज्यूमर स्पेंडिंग के आंकड़ों पर भी होगी। जून में PCE 0.2% बढ़ गया था। ये अंडरलाइंग इन्फ्लेशन को मापने का फेडरल रिजर्व का पसंदीदा गेज है।

4. नो कंपनियों के IPO आएंगे: प्राइमरी मार्केट में इस हफ्ते काफी हलचल देखने को मिलेगी, जिसमें नौ IPO दलाल स्ट्रीट पर आएंगे और 8 कंपनियां शेयर बाजार में अपनी शुरुआत करेंगी। तीन इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग मेनबोर्ड से होंगी और 6 SME सेगमेंट में होंगी।

5. विदेशी और घरेलू निवेशक: बीते हफ्ते कैश सेगमेंट में विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) की ओर से बिकवाली का दबाव दिखा। पिछले हफ्ते FIIs ने 1,609 करोड़ रुपए के शेयर बेचे हैं, जिससे अगस्त में टोटल मंथली आउटफ्लो 30,586 करोड़ रुपए हो गया।

घरेलू संस्थागत निवेशक (DIIs), हर गिरावट में खरीदारी कर बाजार को सपोर्ट दे रहे हैं। DIIs ने बीते हफ्ते 13,020 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे। पूरे महीने के लिए ये खरीदारी बढ़कर 47,080 करोड़ रुपए की हो गई है। यानी, FIIs नेट सेलर्स और DIIs नेट बायर्स है।

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