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Zomato Share Price: पिछले 6 महीने में मल्टीबैगर बनने के बाद क्या फिर मिलेगा डबल मुनाफा

Zomato Share Price: जब ये साल शुरू हुआ था तब आपने क्या सोचा था कि Zomato ये साल खत्म होने से पहले ही मल्टीबैगर बनकर दिखा देगा। उस वक्त स्टार्टअप्स को लेकर जो नेगेटिव माहौल बना हुआ था उसमें ऐसा सोचना मुश्किल था लेकिन हकीकत ये है कि Zomato ने अब ये कर दिखाया है। आज हम बात करेंगे कि Zomato के शेयर अगले एक साल में कहां तक जा सकते हैं।

साल 2024 में अब तक Zomato के शेयर 111 फीसदी का दमदार रिटर्न दे चुके हैं। और पिछले कुछ दिनों में Zomato ने कई ऐसे फैसले लिए हैं जिससे शेयरों में आगे तेजी आने का पूरा चांस है।

एक दिन पहले ही Zomato ने पेटीएम के एंटरटेनमेंट और टिकटिंग कारोबार को 2048 करोड़ रुपए में खरीदने का प्लान बनाया था। इसके बाद ब्रोकरेज फर्म सिटी ने इसकी रेटिंग बढ़ा दी है। सिटी बैंक ने Zomato का टारगेट प्राइस बढ़ाकर 300 रुपए कर दिया है। 23 अगस्त को जोमैटो के शेयर 2.14 फीसदी तेजी के साथ 263.48 रुपए पर बंद हुआ है।

 

सिटी के एनालिस्ट्स का कहना है कि Zomato का अपना Going Out बिजनेस भी पिछले कुछ महीनों में तेजी से बढ़ा है लेकिन पेटीएम का टिकटिंग बिजनेस खरीदने से Zomato का दबदबा बढ़ जाएगा। Going out के मायने हैं कि बाहर किसी इवेंट या प्रोग्राम में जाने के लिए यूजर टिकट जोमैटो के प्लेटफॉर्म से खरीदेगा और यही गोइंग आउट बिजनेस है।

वैसे Zomato टिकटिंग के बिजनेस में पिछले एक साल से है लेकिन इस बात की जानकारी बहुत कम लोगों को होगी। इसके टिकटिंग बिजनेस का नाम zomaland है। Zomato के CEO दीपेंदर गोयल ने भी अपने शेयरहोल्डर्स को बताया है कि ‘यह हमारे लिए पूरी तरह से नया बिजनेस नहीं है। हम एक साल से भी ज्यादा लंबे वक्त से टिकटिंग बिजनेस में हैं। हमारे गोइंग आउट बिजनेस की ग्रॉस ऑर्डर वैल्यू FY24 में 3,225 करोड़ रुपये रही। इस बिजनेस में डाइनिंग-आउट और टिकटिंग शामिल है। यह साल दर साल आधार पर 136 फीसदी ग्रोथ है।” लेकिन पेटीएम का टिकटिंग बिजनेस खरीदने से Zomato का दायर बढ़ गया है।

दोनों कंपनियों के बोर्ड ने 21 अगस्त को इस डील के लिए कैश ट्रांजेक्शन को मंजूरी दे दी है। अधिग्रहण की प्रक्रिया अगले 12 महीनों में पूरी हो जाएगी। इससे जोमैटो के डाइनिंग और टिकटिंग बिजनेस को मजबूती मिलेगा।

सिटी ने Zomato के शेयरों के लिए Buy रेटिंग बरकरार रखी है। कुछ और ब्रोकरेज फर्मों ने जोमैटो का टारगेट प्राइस बढ़ाया है। उनका मानना है कि नई खरीदारी से जोमैटो का टोटल एड्रेसेबल मार्केट (TAM) बढ़ेगा और इसके ग्रोथ को सपोर्ट मिलेगा।

ब्रोकरेज फर्मों के बीच एक बहस और चल रही है कि क्या Zomato बुकमाय शो को टक्कर दे सकता है?

बुकमाय शो टिकटिंग के बिजनेस में सबसे ज्यादा दबदबा रखने वाली कंपनी है। पिछले 20 साल से यह कंपनी Going Out बिजनेस में है। FY24 में इसका रेवेन्यू बेस 800 करोड़ रुपये था। इसका 70 फीसदी हिस्सा टिकटिंग से आने का अनुमान है। बाकी लाइव इवेंट्स से आने का अनुमान है।

एलारा कैपिटल के सीनियर वाइस-प्रेसिडेंट करण तौरानी ने यह बताया। पेटीएम का एंटरटेनमेंट और टिकटिंग बिजनेस बुकमायशो का एक-चौथाई हो सकता है। तौरानी ने कहा, “जहां तक मुनाफा कमाने की बात है तो बुकमायशो का EBITDA मार्जिन 13 फीसदी है, जबकि पेटीएम लाइव का 10% है।”

अभी जोमैटो का लाइव बिजनेस सालाना 400 करोड़ रुपये का है। पेटीएम के टिकटिंग और एंटरटेनमेंट बिजनेस के अधिग्रहण के बाद यह बढ़कर 700 करोड़ रुपये तक पहुंच जाएगा। यह 75 फीसदी का इजाफा होगा। तौरानी ने कहा कि उम्मीद है कि लाइव टिकटिंग बिजनेस की दोनों एग्रीगेटर के रेवेन्यू में बड़ी हिस्सेदारी होगी। जोमैटो को उसके बड़े कस्टमर बेस का फायदा मिलेगा। क्योंकि यह कंपनी Blinkit के जरिए फूड और ग्रॉसरी डिलीवरी बिजनेस में मजबूत स्थिति में है।

वैसे एक्सपर्ट्स का मानना है कि अब तक एंटरटेनमेंट टिकटिंग बुकिंग बिजनेस में बुकमायशो की बदशाहत रही है। इस बिजनेस में जोमैटो की स्थिति मजबूत होने से प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी। इसका सीधा फायदा ग्राहकों को मिलेगा। ग्राहकों को अट्रैक्ट करने के लिए बुकमायशो और जोमैटो में होड़ लग सकती है। इससे कनवीनिएंस चार्ज में कमी आ सकती है।

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