Ecos Mobility IPO: ड्राइवर के साथ कार सर्विस मुहैया कराने वाली कंपनी इकोज इंडिया मोबिलिटी एंड हॉस्पिटैलिटी (Ecos India Mobility & Hospitality) का इनीशियल पब्लिक ऑफर (IPO) अगले हफ्ते 28 अगस्त से खुलने जा रहा है। कंपनी ने बताया कि इस आईपीओ का साइज 601 करोड़ रुपये है और इसके लिए 318 से 334 रुपये प्रति शेयर का प्राइस बैंड तय किया है। कंपनी ने बताया कि यह पूरा आईपीओ ऑफर-फॉर-सेल (OFS) है। इसका मतलब है कि इस आईपीओ में कंपनी कोई शेयर नहीं बेचेगी, बल्कि सभी शेयरों को उसके प्रमोटरों और शेयरधारकों की ओर से बिक्री के लिए रखा जाएगा। चूंकि कंपनी कोई नए शेयर बेचेगी, ऐसे में आईपीओ से कंपनी को कोई पैसा नहीं मिलेगा।
इकोज इंडिया मोबिलिटी के IPO के जरिए कुल 1.8 करोड़ शेयरों को बिक्री के लिए रखा जाएगा। इन शेयरों को कंपनी के 2 प्रमोटरों- राजेश लूंबा और आदित्य लूंबा की ओर से बेचा जाएगा। दिल्ली मुख्यालय वाली इस कंपनी के आईपीओ के लिए बोली लगाने की आखिरी तारीख 30 अगस्त होगी।
कंपनी ने बताया कि आईपीओ का आधा हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित है। वहीं करीब 35 फीसदी हिस्से को रिटेल निवेशकों के लिए आरक्षित किया गया है। वहीं बाकी 15 फीसदी हिस्सा नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) के लिए रिजर्व है।
निवेशक लॉट साइज के हिसाब से बोली लगा सकते हैं। एक लॉट में कंपनी के 44 शेयर होंगे। न्यूनतम 1 लॉट के बोली लगानी होगी। वहीं रिटेल निवेशक अधिकतम 13 लॉट के लिए बोली लगा सकते हैं।
कंपनी पिछले 25 से सालों से कॉरपोरेट ग्राहकों को ड्राइवर वाली कार किराए पर देने (CCR) और एंप्लॉयी ट्रांसपोर्टेशन से जुड़ी सेवाएं (ETS) मुहैया करा रही है। यह इकोनॉमी से लेकर लग्जरी कारों तक 9,000 से ज्यादा वाहनों का बेड़ा संचालित करती है। यह लगेज वैन, लिमोसिन, विंटेज कार के साथ विकलांग लोगों के सुलभ परिवहन के लिए स्पेशल व्हीकल भी मुहैया कराती है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, ग्लोबल कॉरपोरेट मोबिलिटी मार्केट (CCR और ETS दोनों) 2023 से 2030 तक 9.6 प्रतिशत की अनुमानित दर से ग्रोथ कर सकते हैं। इसके अलावा, भारत में 2023 से 2030 तक 10.7 प्रतिशत की दर से ग्रोथ का अनुमान है। यह अनुमान F&S की एक रिपोर्ट में जताया गया था।