जोमैटो ने 21 अगस्त को पेटीएम के एंटरटेनमेंट टिकटिंग बिजनेस को खरीदने का ऐलान किया। यह डील कैश में होगी, जिसके लिए जोमैटो पेटीएम को 2,048 करोड़ रुपये चुका रही है। जोमैटो एंटरटेनमेंट टिकटिंग सर्विस को डिस्ट्रिक्ट ऐप पर लाएगी। यह जोमैटो का तीसरा ऐप है। जोमैटो के सीईओ दीपेंदर गोयल ने हर नए बिजनेस के लिए नया ऐप लॉन्च किया है। यह प्रतिद्वंद्वी कंपनी स्विगी से उलट है, क्योंकि वह एक ही ऐप पर अपनी सभी सेवाएं ऑफर करती है।
एक सुपरमार्केट की तरह है स्विगी का ऐप
इंडस्ट्री के एक एक्सपर्ट ने कहा, “कौन सा एप्रोच सही है इसका अंदाजा कोई लगा सकता है। लेकिन, यह साफ है कि Zomato और Swiggy के तरीके अलग-अलग है।” जोमैटो कस्टमर्स को एक ही प्लेटफॉर्म पर कई चीजें ऑफर नहीं करना चाहते। लेकिन, Swiggy का ऐप एक सुपरमार्केट की तरह है। पहले प्रोडक्ट को पिक करने से लेकर बिलिंग काउंटर तक जाने में ग्राहक कई और प्रोडक्ट्स अपने बास्केट में डाल लेता है। Swiggy इस बात को समझती है और वह इसका फायदा उठाने की कोशिश कर रही है। इस तरह कंपनी के लिए ग्राहक को क्विक कॉमर्स से फूड डिलीवरी तक लाना आसान होता है। उधर, जोमैटो और ब्लिंकिट को सर्विसेज को क्रॉस-सेल करने में दिक्कत आती है।
टिकटिंग बिजनेस डिस्ट्रिक्ट ऐप पर होगा
पहले जोमैटो ने सभी वर्टिकल एक ऐप पर रखा था। लेकिन, इसके अच्छे नतीजे नहीं मिले। 2022 में जब जोमैटो ने क्विक कॉमर्स कंपनी Blinkit का अधिग्रहण किया तब जोमैटो के मुख्य ऐप पर इसके लिए एक अलग टैब बनाया गया। लेकिन, उसे बाद में हटा दिया गया और Blinkit के लिए अलग ऐप बनाया गया। अभी जोमैटो के इवेंट टिकटिंग बिजनेस के लिए उसके मुख्य ऐप पर अलग टैब है लेकिन डिस्ट्रिक्ट के शुरू होने पर टिकटिंग बिजनेस उस पर चला जाएगा।
हर ब्रांड के लिए अलग ऐप चाहते हैं गोयल
जोमैटो ने यह देखा कि ब्लिंकिट को मुख्य टैब पर उपलब्ध कराने से उस तरह का रिस्पॉन्स नहीं मिल रहा, जैसा मिलना चाहिए था। इसलिए उसने इसे अलग करने का फैसला किया। कंपनी के एक पूर्व एंप्लॉयी ने कहा कि कंपनी ने यह देखा कि एक सिंगल ऐप पर सभी सुविधाएं देने के अच्छे नतीजे नहीं मिल रहे हैं। दो अलग-अलग ऐप के गोयल का फैसला उनकी एक रणनीति का हिस्सा है, जिसका मकसद हर ब्रांड के तहत अलग सर्विस ऑफर करने का है।
बुकमायशो के मार्केट में सेंध लगाना चाहते हैं दीपेंदर
पूर्व एंप्लॉयी ने कहा, “अभी कोई व्यक्त मूवी टिकट खरीदना या ब्रायन एडम्स का पास बुक करना चाहता है तो उसके दिमाग में सिर्फ BookMyShow आता है। दीपेंदर इस सोच को बदलना चाहता हैं। और वह यह काम जोमैटो के ब्रांड नाम के साथ नहीं कर सकते हैं। उन्हें पता है कि इसके लिए एक अलग ब्रांड होना चाहिए। जोमैटो का मतलब सिर्फ फूड डिलीवरी होता है। लोग दूसरी जरूरतों के लिए इसके बारे में नहीं सोचते हैं। ग्राहकों का दिमाग ऐसे ही काम करता है। ”