सरकार की शुगर कंट्रोल ऑर्डर 1966 में बदलाव करने की तैयारी है। इसके लिए सरकार ने नया ड्राफ्ट भी जारी किया है और सभी स्टेक होल्डर्स से सुझाव भी मांगा है। हालांकि इस खबर के बाद चीनी शेयरों में दबाव देखने को मिल रहा है। बलरामपुर चीनी 2% से ज्यादा फिसला है।
इस खबर पर विस्तार से जानकारी देते हुए सीएनबीसी-आवाज के असीम मनचंदा ने बताया कि सरकार शुगर कंट्रोल ऑर्डर के जरिए चीनी का फ्रेमवर्क तय करती है । सरकार शुगर कंट्रोल ऑर्डर के जरिए तय करती है कि चीनी का रिलीज कोटा कितना रहेगा, चीनी का उत्पादन बिक्री एक्सपोर्ट इंपोर्ट कैसे होगा औऱ चीनी की मूवमेंट भी तय होती है।
असीम मनचंदा ने बताया कि ऐसे में अब सरकार शुगर कंट्रोल ऑर्डर 1966 में बदलाव करने का मन बना रही है। सरकार को लग रहा है कि चीनी उत्पादन में नई-नई टेक्नोलॉजी आने के बाद इस पूरे फ्रेमवर्क बदलने की जरुरत है। जिसके लिए सरकार नया ड्राफ्ट लगा रही है जिसे सरकार ने शुगर कंट्रोल ऑर्डर 2024 नाम दिया है। सरकार ने इस ड्राफ्ट पर सभी स्टेक होल्डर्स की 23 सितंबर तक राय मांगी है।
असीम ने आगे कहा कि 23 सितंबर तक सभी स्टेक होल्डर्स की राय मिलने के बाद सरकार इस ड्राफ्ट को जारी करेगी। बता दें कि सरकार प्रोडक्शन प्रक्रिया में बदलाव की वजह से कदम उठाया है। शुगर कंट्रोल ऑर्डर चीनी का फ्रेमवर्क तय करेगा। सरकार का मानना है कि उत्पादन में नई तकनीक के चलते नया ऑर्डर जरुरी है।
खबर के बाद शुगर शेयरों में दिखा दबाव
इस खबर के बाद शुगर शेयरों में गिरावट देखने को मिल रही है। बलरामपुर चीनी का शेयर फिलहाल 11.35 बजे के आसपास एनएसई पर 18.00 रुपये यानी 3.13 फीसदी की गिरावट के साथ 561 रुपये के आसपास कारोबार कर रहा है। वहीं अवध शुगर्स का शेयर 23.20 रुपये यानी 3.22 फीसदी की गिरावट दिखा रहा है। जबकि Dwarikesh Sugar में 0.30 फीसदी की मामूली गिरावट देखने को मिल रही है। Triveni Engg का शेयर लगभग 1 फीसदी की गिरावट दिखा रहा है।