देश के सबसे बड़े बैंक HDFC Bank ने जापान के मित्सुबिशी यूएफजे फाइनेंशियल ग्रुप (MUFG) का प्रस्ताव ठुकराने का फैसला किया है। एक मीडिया रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है। एमयूएफजी ने इसकी एनबीएफसी सब्सिडियरी में हिस्सेदारी खरीदने के लिए एक ऑफर दिया था। दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी होल्डिंग फर्म MUFG ने HDB फाइनेंशियल सर्विसेज में 20 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के लिए 200 करोड़ डॉलर का प्रस्ताव दिया था। इसका बैंक के शेयरों पर निगेटिव असर दिख रहा है लेकिन मामूली है। फिलहाल BSE पर यह 0.28 फीसदी की गिरावट के साथ 1627.10 रुपये के भाव (HDFC Bank Share Price) पर है।
HDFC Bank का अब क्या है प्लान
एचडीएफसी बैंक ने जापान के MUFG का प्रस्ताव ठुकरा दिया है। अब बैंक के बोर्ड की योजना अपनी एनबीएफसी यूनिट को लिस्ट कराने की है। इससे इसे केंद्रीय बैंक RBI के नियमों का पालन करने में मदद मिलेगी। अप्रैल में एक रिपोर्ट में सामने आया था कि सौदे के लिए एमयूएफजी और एचडीएफसी बैंक की बाचतीत काफी आगे बढ़ चुकी है। इसमें एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज की वैल्यू 1000 करोड़ डॉलर लगाई गई थी।
एचडीएफसी बैंक की एचडीबी में 95 फीसदी हिस्सेदारी है।
जुलाई में न्यूज एजेंसी ब्लूमबर्ग ने खुलासा किया था कि सौदे को लेकर दोनों के बीच बात नहीं बन पा रही है। न्यूज एजेंसी रिपोर्ट के मुताबिक मुख्य मसला यहां फंस रहा था कि जो स्ट्रैटेजी बनेगी, उसमें MUFG की हिस्सेदारी कितनी होगी। उसी महीने ही मनीकंट्रोल ने भी जानकारी दी थी कि एचडीएफसी बैंक इसकी कुछ हिस्सेदारी बेचने के लिए घरेलू प्राइवेट क्रेडिट फंड्स के साथ बातचीत कर रहा है।
MUFG को लगा करारा झटका
एचडीएफसी बैंक ने जापानीज ग्रुप के प्रस्ताव को ठुकरा दिया। इससे मित्सुबिशी यूएफजे फाइनेंशियल ग्रुप को करारा झटका लगा। ऐसा इसलिए क्योंकि जापान सरकार ने दोनों क्वाड देशों के बीच आर्थिक और रणनीतिक संबंधों को मजबूत करने के हिस्से के रूप में इस सौदे को अपना समर्थन दिया था। एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज में बड़ी हिस्सेदारी खरीदकर MUFG की योजना भारत में अपनी मौजूदगी दमदार करने की थी।