DAM Capital Advisors Limited: जाने-माने डीलमेकर धर्मेश मेहता की अगुवाई वाली कंपनी DAM कैपिटल एडवाइजर्स लिमिटेड अपने IPO के लिए जल्द ही सेबी के पास ड्राफ्ट पेपर फाइल करेगी। मामले से वाकिफ सूत्रों ने नाम जाहिर नहीं किए जाने की शर्त पर यह जानकारी दी है। DAM कैपिटल एडवाइजर्स लिमिटेड ने 25 से ज्यादा IPO के लिए सलाहकार की भूमिका निभाई है।
अगल लिस्टिंग प्लान सफल रहता है, तो मेनबोर्ड सेगमेंट में बुटीक इनवेस्टमेंट बैंक से जुड़ा भारत का पहला IPO होगा। एक सूत्र ने बताया, ‘ जल्द ही ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्ट्स दायर किया जा सकता है। यह काम अगले हफ्ते हो सकता है। यह डील ऑफर फॉर सेल (OFS) से जुड़ी होगी और DAM Capital इस इश्यू से वैल्यूएशन के आधार पर 800 से 1,200 करोड़ रुपये जुटाने की तैयारी में है।’
एक और सूत्र ने प्रस्तावित लिस्टिंग के बारे में बताया, ‘इस IPO से DAM कैपिटल के स्ट्रैटेजिक फाइनेंशियल इनवेस्टर्स के लिए आंशिक तौर पर या पूरी तरह से बाहर निकलने के लिए गुंजाइश बनेगी।’ एक अन्य सूत्र का कहना था, ‘नुवामा वेल्थ मैनेजमेंट, DAM कैपिटल के IPO का एकमात्र बुक रनिंग लीड मैनेजर है। फर्म के पास कैश है और वह आने वाले समय में वेल्थ मैनेजमेंट जैसे क्षेत्रों में एंट्री पर विचार कर सकती है।’
इस बारे में पूछे जाने पर DAM कैपिटल ने कुछ भी कहने से मना कर दिया। नुवामा वेल्थ मैनेजमेंट की तरफ से कोई जवाब नहीं मिल सका।
इनवेस्टमेंट बैंकिंग से लिस्टिंग तक!
DAM कैपिटल की स्थापना नवंबर में कंपनी के MD और CEO धर्मेश मेहता ने की थी और फिलहाल यह इनवेस्टमेंट बैंकिंग (इक्विटी कैपिटल मार्केट्स, विलय और अधिग्रहण, फाइनेंशियल स्पॉन्सर्स ग्रुप, कॉरपोरेट फाइनेंस और स्ट्रक्चर्ड फाइनेंस) में मौजूद है। मेहता इससे पहले एक्सिस कैपिटल (Axis Capital) के MD और CEO थे। उनके पास भारतीय शेयर बाजार में तीन दशक से भी ज्यादा का अनुभव है।
DAM कैपिटल की शुरुआत मूल रूप से 1992 में एसएस कांतिलाल ईश्वरलाल (SSKI) ने की थी और 2006 में यह IDFC ग्रुप का हिस्सा बन गया था। बाद में यानी 2019 में इसका मालिकाना हक और मैनेजमेंट मेहता और कुछ निवेशक के हाथों में चला गया।