मगर अब यह श्रेणी अपने शानदार प्रदर्शन के साथ सबसे आगे चुकी है। इसकी प्रबंधनाधीन परिसंपत्तियां जुलाई 2023 में महज 2 लाख करोड़ रुपये थीं जो बढ़कर जुलाई 2024 के अंत में 4.21 लाख करोड़ रुपये हो चुकी हैं।
नए फंड लॉन्च से दमदार संग्रह और मौजूदा योजनाओं से मजबूत निवेश के कारण इस श्रेणी की प्रबंधनाधीन परिसंपत्तियों में जबरदस्त उछाल आई है। इसके बल पर यह श्रेणी प्रबंधनाधीन परिसंपत्तियों की सूची में चौथे पायदान से उछलकर पहले पायदान पर पहुंच गई है। जबकि जून तक शीर्ष पायदान पर मौजूद फ्लेक्सीकैप फंड अब दूसरे पायदान खिसक चुका है।
पिछले एक साल के दौरान एयूएम हासिल करने में दूसरी सबसे बड़ी बढ़त दर्ज करने वाली मिडकैप श्रेणी ने लार्जकैप फंडों को पीछे छोड़ दिया है। जुलाई में इसका एयूएम 3.8 लाख करोड़ रुपये था, जबकि लार्जकैप फंडों द्वारा एयूएम 3.6 लाख करोड़ रुपये दर्ज किया गया। स्मॉलकैप फंड एयूएम में 72 फीसदी वृद्धि दर्ज करने के बावजूद पांचवें स्थान पर बरकरार है।