टाटा एसेट मैनेजमेंट ने टाटा निफ्टी200 अल्फा 30 इंडेक्स फंड लॉन्च किया है। यह फंड निफ्टी 200 इंडेक्स की सबसे ज्यादा अल्फा वाली टॉप 30 कंपनियों को ट्रैक करेगा। इस न्यू फंड ऑफर (एनएफओ) में 2 सितंबर तक निवेश किया जा सकता है। यह फंड अल्फा-आधारित पैसिव इनवेस्टमेंट स्ट्रेटेजी का इस्तेमाल करेगा। इसका मतलब है कि यह अच्छा प्रदर्शन वाले स्टॉक्स और सेक्टर में निवेश बढ़ाएगा और खराब प्रदर्शन वाले स्टॉक्स और सेक्टर में वेटेज घटाएगा।
निफ्टी200 इंडेक्स से ज्यादा रिटर्न कमाने पर फोकस
इस फंड का फोकस निफ्टी 200 इंडेक्स (Nifty200 Index) के मुकाबले अपने पोर्टफोलियो के लिए ज्यादा रिटर्न कमाने पर होगा। निफ्टी200 अल्फा 30 इंडेक्स का प्रदर्शन तेजी के दौरान ऐतिहासिक रूप से निफ्टी200 जैसे मार्केट कैप-वेटेड सूचकांकों से बेहतर रहा है। लेकिन, बाजार के खराब प्रदर्शन वाले दौर में इसका प्रदर्शन भी कमजोर रह सकता है। टाटा ऐसेट मैनेजमेंट के चीफ बिजनेस अफसर आनंद वरदराजन ने निफ्टी200 इंडेक्स के मुकाबले इस फंड के बेहतर रिटर्न देने की संभावनाओं के बारे में बताया।
पोर्टफोलियो के डायवर्सिफिकेशन में मददगार
उन्होंने कहा कि यह स्ट्रेटेजी सबसे ज्यादा संभावना वाले टॉप 30 स्टॉक्स को सेलेक्ट कर अतिरिक्त अल्फा देने के मकसद से बनाई गई है। यह फंड इनवेस्टर्स पोर्टफोलियो के डायवर्सिफिकेशन में भी मदद करता है। हालांकि, निवेशकों को यह ध्यान में रखने की जरूरत है कि इस फंड का मकसद सुपीरियर रिटर्न देना है लेकिन यह किसी खास तरह के प्रदर्शन की गांरटी नहीं देता है।
एनएफओ में न्यूनतम निवेश 5000 रुपये
यह फंड सब्सक्रिप्शन के लिए दोबारा 11 सितंबर, 2024 को या उससे पहले खुल जाएगा। एनएफओ पीरियड में इस फंड में न्यूनतम 5,000 रुपये से निवेश किया जा सकता है। किसी तरह का एंट्री लोड नहीं है। लेकिन, यूनिट्स आवंटन के 15 दिन के अंदर रिडीम करने पर 0.25 फीसदी का एंट्री लोड लागू होगा। कुल मिलाकर यह फंड ऐसे निवेशकों के लिए बेहतर हैं, जो अल्फा आधारित इनवेस्टिंग का फायदा उठाना चाहते हैं। लेकिन, उन्हें बाजार में कमजोरी के दौर में इस फंड के खराब प्रदर्शन से जुड़े रिस्क को समझने के बाद ही निवेश करना चाहिए।