Stock market : पिछले सत्र में सुस्ती के बाद, भारतीय बाजार में आज मजबूती के साथ क्लोजिंग हुई। 20 अगस्त को तेजड़ियों ने बाजार में जोरदार वापसी की, जिससे निफ्टी इंट्रा डे में 24,700 के स्तर को पार कर गया। कारोबारी सत्र के अंत में सेंसेक्स 378.18 अंक या 0.47 फीसदी बढ़कर 80,802.86 पर और निफ्टी 126.10 अंक या 0.51 फीसदी बढ़कर 24,698.80 पर बंद हुआ।
निफ्टी में सबसे ज्यादा बढ़ने वाले शेयरों एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस, एचडीएफसी लाइफ, बजाज फिनसर्व, श्रीराम फाइनेंस और इंडसइंड बैंक शामिल रहे। जबकि नुकसान उठाने वाले शेयरों में ओएनजीसी, भारती एयरटेल, अडानी एंटरप्राइजेज, सिप्ला और अपोलो हॉस्पिटल्स शामिल रहे। एफएमसीजी को छोड़कर दूसरे सभी सेक्टोरल इंडेक्स हरे निशान में बंद हुए। बैंक, हेल्थकेयर, आईटी, मेटल और पावर में 0.5-1 फीसदी तक की बढ़त दिखी।
21 अगस्त को कैसी रह सकती है बाजार की चाल
प्रोग्रेसिव शेयर्स के निदेशक आदित्य गग्गर का कहना है कि सुबह के कारोबार में शुरुआती तेजी के बाद निफ्टी दिन के बाकी समय में सीमित दायरे में घूमता रहा और 126.20 अंकों की बढ़त के साथ 24,698.85 पर बंद हुआ। FMCG और मीडिया को छोड़कर दूसरे सभी सेक्टर बढ़त के साथ बंद हुए। बैंकिंग इंडेक्स (बैंकनिफ्टी+पीएसयू बैंक) टॉप गेनर रहा, उसके बाद IT इंडेक्स दूसरे नंबर पर रहा।
ब्रॉडर मार्केट के प्रदर्शन में भिन्नता देखने को मिली। जहां मिडकैप ने बेहतर प्रदर्शन किया। वहीं, स्मॉलकैप कमोबेश बेंचमार्क इंडेक्स के साथ तालमेल करते दिखे। एक बुलिश कैंडल के साथ, निफ्टी ने अपने बियरिश गैप जोन को भर दिया है और अब 24,870 (रेंज ब्रेकआउट का टारगेट) की ओर बढ़ रहा है, जबकि नीचे की ओर सपोर्ट 24,590 की ओर शिफ्ट हो रहा है।
प्रभुदास लीलाधर की वैशाली पारेख का कहना है कि निफ्टी 24,800 के अगले लक्ष्य के लिए आगे बढ़ सकता है। छोटे-मझोले शेयर भी बेंचमार्क इंडेक्स को सक्रिय रूप से सपोर्ट दे रहे हैं। सेंसेक्स ने एक बार फिर मजबूती हासिल कर ली है और 80,200 के 20 डीएमए लेवल से ऊपर कारोबार करता दिख रहा है। अब बाजार के लिए 80,000 और 24,400 के स्तर सपोर्ट और 81,000 और 24,700 के स्तर पर तत्काल रजिस्टेंस दिख रहा है।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के वी के विजयकुमार का कहना है कि लगातार आठ दिनों की बढ़त के साथ अमेरिकी बाजार सकारात्मक संकेत दे रहे हैं, जिससे ग्लोबल तेजी जारी रह सकती है। सितंबर में फेड द्वारा ब्याज दरों में 25 आधार अंकों की कटौती किए जाने की पूरी उम्मीद है जिसके बाद इस साल ब्याज दरों में दो और कटौती की जाएगी। इससे ग्लोबल स्तर पर और भारत में भी इक्विटी बाजारों को सपोर्ट मिल सकता है।
उन्होंने आगे कहा कि एफआईआई भारत में बिकवाली जारी रख सकते हैं, क्योंकि दूसरे उभरते बाजारों का वैल्युएशन अपेक्षाकृत आकर्षक है। ऐसे में बड़ी पूंजी वाले फाइनेंशियल शेयर जिसमें एफआईआई की बड़ी हिस्सेदारी है, दबाव में बने रह सकते हैं। खास बात यह है कि वैल्युएशन के नजरिए से फाइनेंशियल सेक्टर सबसे आकर्षक सेक्टर है, भले ही डिपॉजिट के लिए संघर्ष के कारण इसके लिए भावनाएं नकारात्मक बनी हुई हैं। ऐसे में जब भी स्थितियां बदलेंगी तब फाइनेंशियल सेक्टर में तेज उछाल की संभावना है।
एलकेपी सिक्योरिटीज के रूपक डे का कहना है कि निफ्टी 24,600 से ऊपर बने रहने के बाद 24,700 से ऊपर चला गया। जब तक यह 24,600-24,650 के रेंज से ऊपर रहेगा, तब तक तेजी जारी रहने की संभावना है। 24,600 से नीचे की गिरावट मौजूदा तेजी के रुझान को उलट सकती है। वहीं, ऊपर की ओर निफ्टी 24,840-24,860 की ओर बढ़ सकता है।
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