RVNL Share Price: भारतीय शेयर बाजार में आज ज्यादातर रेलवे स्टॉक में गिरावट देखने को मिली। IRFC, BEML से लेकर RVNL, Ircon और रेलटेल तक, सभी स्टॉक्स लाल निशान में दिखे। हाल ही में भारत सरकार की तरफ से रेलवे को 30,000 करोड़ रुपये का ऑर्डर मिलने के बाद शेयरों में तेजी देखी जा रही थी, लेकिन यह ज्यादा समय तक नहीं टिक सकी।
हालांकि, रेलवे के ज्यादातर शेयरों ने निवेशकों को काफी रिटर्न दिया है। इसी सेगमेंट की बात की जाए तो रेलवे की एक ऐसी कंपनी है जो हाल ही में MSCI ग्लोबल इंडेक्स (MSCI Global Index) में शामिल हुई है। उस कंपनी का नाम है रेलवे विकास निगम लिमिटेड (RVNL)। बता दें कि MSCI ग्लोबल स्टैंडर्ड इंडेक्स में बदलाव 30 अगस्त 2024 को कारोबार समाप्त होने पर प्रभावी होगा।
RVNL के शेयरों ने इन दिनों निवेशकों को काफी शानदार रिटर्न दिया है। अप्रैल 2019 में एंट्री करने के बाद से RVNL के शेयरों ने 2,918.95% का रिटर्न दे दिया है। जबकि, 3 साल में RVNL के शेयरों ने 1898.93% का रिटर्न दिया है।
एक साल का डेटा देखा जाए तो कंपनी के शेयरों ने 357.22% का रिटर्न दिया है जबकि, 3 महीने का रिटर्न 87.42 फीसदी के करीब है। हालांकि, 1 महीने से इसके शेयरों में करीब-करीब 8.5 गिरावट ही देखने को मिल रही है। 1 सप्ताह में इसके शेयर 1.3% गिर चुके हैं। ताजा डेटा की बात की जाए तो आज यानी 20 अगस्त को RVNL की शेयर प्राइस (RVNL Share Price Today) 1.83 % गिरकर 563 रुपये पर क्लोज हो गई।
ब्रोकरेज क्या दे रहे सलाह
वित्त वर्ष 25 की अप्रैल-जून तिमाही (RVNL Q1 Results 2025) में RVNL के शुद्ध लाभ (net profit) में करीब 35 फीसदी घटकर 224 करोड़ रुपये और रेवेन्यू 27 फीसदी घटकर 4074 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी का कामकाजी मुनाफा यानी एबिटा (EBITDA) सालाना आधार पर (YoY) 48% घटकर 189 करोड़ रुपये और एबिटा मार्जिन 180 बेसिस पॉइंट कम होकर 4.5% हो गया।
अब ब्रोकरेज का मानना है कि 99.1% टाइम RVNL का करेंट P/E 80.5 से नीचे रहा है। यह इसे PE स्ट्रॉन्ग सेल जोन में रखता है। अगर P/E प्राइस ज्यादातर समय मौजूदा शेयर प्राइस से नीचे रहा है, तो इसका मतलब है कि ज्यादातर मुनाफा हो चुका है और अब बेचने का समय आ गया है। RVNL का मोमेंटम स्कोर 69 है, जो दर्शाता है कि यह टेक्निकल तौर पर मॉडरेटली बुलिश है। ब्रोकरेज के कंसेंसस रिकमेंडेशन (Consensus Recommendation) को देखा जाए तो RVNL स्टॉक को SELL रेटिंग के साथ 416 रुपये के टारगेट प्राइस (rvnl share price target) दिया गया है।
सरकार से मिला है बड़ा ऑर्डर
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने हाल ही में कैबिनेट की बैठक में करीब 3,000 करोड़ रुपये के ऑर्डर दिए हैं। 16 अगस्त को, सरकार ने बेंगलूरु मेट्रो रेल के फेज-3 के लिए दो कॉरिडोर को हरी झंडी दे दी। कॉरिडोर-1, जो जेपी नगर 4th फेज से 21 स्टेशनों के साथ केम्पापुरा तक फैला हुआ है, और कॉरिडोर-2 होसाहल्ली को नौ स्टेशनों के साथ कदबागेरे से जोड़ता है। प्रोजेक्ट के फेज-3 की कुल लागत 15,611 करोड़ रुपये अनुमानित है, जिसकी अपेक्षित ऑपरेशन की तारीख 2029 निर्धारित है।
इसके अलावा, पुणे मेट्रो फेज-1 को स्वारगेट से कटराज तक साउथ की ओर बढ़ाया जाएगा, जिसमें 2,954 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत पर लगभग 5.5 किलोमीटर की दूरी तय की जाएगी, जिसके पूरा होने का अनुमानित समय 2029 है।
तीसरा प्रोजेक्ट ठाणे इंटीग्रल रिंग मेट्रो रेल है, जिसका कुल बजट 12,200 करोड़ रुपये है। 29 किलोमीटर का गलियारा ठाणे शहर की पश्चिमी परिधि को पार करेगा, जिसमें 22 स्टेशन होंगे। यह नेटवर्क एक तरफ उल्हास नदी और दूसरी तरफ संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान से घिरा होगा।
क्या करती है RVNL, जानें इसके बारे में
RVNL रेल इंफ्रास्ट्रक्चर से संबंधित प्रोजेक्ट्स के डेवलपमेंट, फंडिंग और एग्जिक्यूशनका काम करती है। इसके अलावा, यह प्रोजेक्ट्स को चलाने के लिए फंड और लोगों की व्यवस्था भी करती है। RVNL एक नवरत्न कंपनी है। 30 जून को समाप्त तिमाही के अनुसार, RVNL में भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) की भी 6.4% हिस्सेदारी है। जून तिमाही में कंपनी की म्यूचुअल फंड होल्डिंग 0.9% से बढ़कर 0.19% हो गई थी।