हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड (HZL) के बोर्ड ने बुधवार (20 अगस्त) को ₹19 प्रति शेयर के दूसरे अंतरिम डिविडेंड यानी लाभांश को मंजूरी दे दी है। इससे पहले कंपनी ने ₹10 प्रति शेयर के पहले अंतरिम लाभांश का ऐलान किया था।
दूसरे अंतरिम लाभांश के ऐलान के बाद आज हिंदुस्तान जिंक का शेयर 3.73% बढ़कर 514.20 रुपए पर बंद हुआ। इससे पहले पिछले चार दिन में कंपनी का शेयर करीब 20% गिरा था।
कंपनी के शेयर ने एक साल में 63.19% का रिटर्न दिया
पिछले 6 महीने में कंपनी के शेयर ने 65.28% और एक साल में 63.19% का रिटर्न दिया है। इस साल यानी 1 जनवरी 2024 से अब तक की बात करें तो हिंदुस्तान जिंक का शेयर 61.52% चढ़ा है। कंपनी का मार्केट कैप 2.16 लाख करोड़ रुपए है।
कंपनी टोटल ₹8,028 करोड़ का स्पेशल लाभांश देगी
हिंदुस्तान जिंक ने एक्सचेंज फाइलिंग में कहा कि कंपनी टोटल ₹8,028 करोड़ का स्पेशल लाभांश देगी। दूसरे अंतरिम लाभांश के लिए रिकॉर्ड डेट 28 अगस्त 2024 तय की गई है।
वेदांता को डिविडेंड पेमेंट से ₹5,091 करोड़ मिलेंगे
OFS के बाद अपनी मौजूदा हिस्सेदारी के आधार पर वेदांता को डिविडेंड पेमेंट से ₹5,091 करोड़ मिलेंगे। कंपनियां अपने शेयरधारकों को मुनाफे का कुछ हिस्सा देती हैं, उसे डिविडेंड या लाभांश कहते हैं। हिंदुस्तान जिंक, वेदांता ग्रुप की सब्सिडियरी कंपनी है।
सरकार को ₹2,400 करोड़ रुपए देगी हिंदुस्तान जिंक
हिंदुस्तान जिंक स्पेशल डिविडेंड का 30% (करीब 2,400 करोड़ रुपए) नॉन-टैक्स रेवेन्यू के रूप में सरकार को देगी। हिंदुस्तान जिंक में सरकार की हिस्सेदारी 29.5% है।
वेदांता ने OFS से हिंदुस्तान जिंक में 1.51% हिस्सेदारी बेची
सोमवार को एक्सचेंज फाइलिंग में वेदांता ने बताया था कि उसने OFS के जरिए हिंदुस्तान जिंक में 1.51% हिस्सेदारी बेच दी है, जिससे कंपनी में उसकी टोटल हिस्सेदारी 64.92% से घटकर 63.42% हो गई है।
वेदांता ने OFS में 486 रुपए के भाव से हिंदुस्तान जिंक के शेयर बेचे हैं। पिछले सप्ताह हिंदुस्तान जिंक के प्रमोटर वेदांता लिमिटेड ने घोषणा की थी कि वह शुक्रवार और सोमवार को ऑफर फॉर सेल यानी OFS के जरिए हिंदुस्तान जिंक की 3.17% तक हिस्सेदारी बेचने पर विचार कर रही है।
रेगुलर डिविडेंड से अलग होगा स्पेशल डिविडेंड
शेयरहोल्डर्स को मिलने वाला यह स्पेशल डिविडेंड कंपनी की ओर से दी जाने वाली सालाना रेगुलर डिविडेंड से अलग होगा। हिंदुस्तान जिंक हर साल अपने शेयरधारकों को करीब 6,000 करोड़ रुपए लाभांश के रूप में देती है।
जून तिमाही में वेदांता की हिंदुस्तान जिंक में 64.92% हिस्सेदारी थी
OFS के पहले जून तिमाही के आखिरी तक वेदांता के पास हिंदुस्तान जिंक में 64.92% हिस्सेदारी थी। वेदांता के अलावा हिंदुस्तान जिंक में सरकार की 29.54%, LIC की 2.76% और भारत के म्यूचुअल फंड की सिर्फ 0.06% हिस्सेदारी है।
स्मॉल शेयरहोल्डर्स, या जिनकी ऑथराइज्ड शेयर कैपिटल ₹2 लाख से कम है, उनके पास हिंदुस्तान जिंक में सिर्फ 1.51% हिस्सेदारी है। जून तिमाही तक ऐसे 4.33 लाख शेयरहोल्डर्स हैं।
2022-23 में कंपनी ने 32,000 करोड़ का रिकॉर्ड लाभांश दिया था
वित्त वर्ष 2023-24 में कंपनी ने टोटल 5,493 करोड़ रुपए लाभांश के रूप में अपने शेयर होल्डर्स को दिया था। इसमें सरकार को 29.5% स्टेक के बदले 1622 करोड़ रुपए मिले थे।
वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी ने रिकॉर्ड 32,000 करोड़ का डिविडेंड अपने शेयरहोल्डर्स को दिया था। तब सरकार को 9,500 करोड़ रुपए मिले थे।