Nisus Finance Services IPO: बीते कुछ साल में अलग-अलग सेक्टर की कंपनियां शेयर बाजार में लिस्टेड हो रही हैं। इसके लिए कंपनियां पहले आईपीओ लेकर आ रही हैं। कुछ कंपनियों के आईपीओ को तगड़ा रेस्पॉन्स मिल रहा है। वहीं, कुछ कंपनियों के आईपीओ से निवेशकों को नुकसान भी हो रहा है।
इसी कड़ी में अब फाइनेंस सेक्टर से जुड़ी कंपनी-निसस फाइनेंस सर्विसेज कंपनी लिमिटेड शेयर बाजार में लिस्टिंग की तैयारी कर रही है। इस कंपनी ने प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश (IPO) लॉन्च करने के लिए ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (डीआरएचपी) दायर किया है। कंपनी ने बीएसई में अपना डीआरएचपी दाखिल किया है। मतलब है कि कंपनी बीएसई एसएमई आईपीओ लॉन्च करना चाहती है।
आईपीओ की डिटेल
निसस फाइनेंस सर्विसेज के आईपीओ में ₹10 फेस वैल्यू वाले इक्विटी शेयर शामिल हैं, जिनमें से 57,80,000 एक फ्रेश इश्यू है। वहीं, 7,20,000 इक्विटी शेयर ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) के हिस्से के रूप में पेश किए गए हैं।
कंपनी का प्लान
कंपनी फंड सेटअप को बढ़ाना चाहती है। इसके साथ कंपनी आईएफएससी-गिफ्ट सिटी, डीआईएफसी-दुबई और एफएससी-मॉरीशस जैसे महत्वपूर्ण वित्तीय केंद्रों में सुविधा और फंड प्रबंधन इंफ्रा स्ट्रक्चर में सुधार करना चाहती है। इसकी योजना घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों के लिए फंड जुटाने की है। यह अपनी एसोसिएट कंपनी, निसस फिनकॉर्प प्राइवेट लिमिटेड में निवेश करने के अलावा कैपिटल बेस को बढ़ावा देने का इरादा रखती है।
31 जनवरी 2024 को समाप्त अवधि तक निसस फाइनेंस सर्विसेज ने ₹3077 लाख का राजस्व और ₹2459.95 लाख का एबिटा हासिल किया। वहीं, ₹1688 लाख का प्रॉफिट हुआ है।
कंपनी के बारे में
अमित अनिल गोयनका द्वारा प्रमोटेड निसस फाइनेंस सर्विसेज कंपनी लिमिटेड शहरी इंफ्रा के फंडिंग और प्राइवेट कैपिटल मार्केट लेनदेन में माहिर है। यह कंपनी “निसस फाइनेंस ग्रुप” या “निफ़को” ब्रांड के तहत काम करती है। निसस फाइनेंस के समूह में कई सहायक कंपनियां हैं। इसमें निसस बीसीडी एडवाइजर्स एलएलपी, निसस फाइनेंस एंड इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स एलएलपी, निसस फाइनेंस इंटरनेशनल एडवाइजर्स आईएफएससी एलएलपी शामिल हैं।