अमेरिका में कुछ वृहद आर्थिक आंकड़ों से मंदी की आशंका दूर होने का संकेत मिलते ही आज भारत और दुनिया भर के बाजार दौड़ पड़े। देसी निवेशकों की लगातार लिवाली से भी बाजार को दम मिला।
आज बेंचमार्क सेंसेक्स 1,331 अंक या 1.7 फीसदी चढ़कर 80,437 पर बंद हुआ। सेंसेक्स में 7 जून के बाद यह एक दिन की सबसे बड़ी उछाल है। निफ्टी 397 अंक या 1.6 फीसदी उछाल के साथ 24,541 पर बंद हुआ।
बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) पर सूचीबद्ध सभी कंपनियों का बाजार पूंजीकरण भी 7 लाख करोड़ रुपये बढ़कर 451.6 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया। दोनों सूचकांक दो हफ्ते की गिरावट के बाद इस हफ्ते बढ़त में बंद हुए।
सेंसेक्स और निफ्टी 2 अगस्त के अपने सर्वकालिक उच्च स्तर के करीब पहुंच गए हैं। अमेरिका में मंदी आने के डर से दुनिया भर में बिकवाली हुई थी और 5 अगस्त को सेंसेक्स और निफ्टी करीब 3-3 फीसदी तक टूट गए थे। अमेरिका में बेरोजगारी और खुदरा बिक्री के नए आंकड़े से बाजार को करार मिला और दुनिया के ज्यादातर बाजार हाल में आई गिरावट की भरपाई में कामयाब रहे।
देसी संस्थागत निवेशकों ने 2,606 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे और विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने भी 767 करोड़ रुपये की शुद्ध लिवाली की। इस साल अभी तक देसी संस्थागत निवेशक शेयर बाजार में करीब 2.95 लाख करोड़ रुपये झोक चुके हैं। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने 16,123 करोड़ रुपये के शेयर ही खरीदे हैं।
अमेरिका में बेरोजगारी भत्ते का दावा करने वाले आवेदनों की संख्या लगातार दूसरे हफ्ते घटकर जुलाई के निचले स्तर पर रह गई है। वहां खुदरा बिक्री में 2023 की शुरुआत से सबसे ज्यादा वृद्धि हुई है। इस हफ्ते मौद्रिक नीति अधिकारियों के बयान से दर में कटौती की उम्मीद और बढ़ी है।
अटलांटा फेड के अध्यक्ष रफायल बोस्टिक ने गुरुवार को संकेत दिया था कि वह सितंबर में दर कटौती के पक्ष में हैं। उन्होंने आगाह किया था कि मौद्रिक नीति को नरम बनाने में फेड पीछे नहीं रह सकता। फेडरल रिजर्व बैंक ऑफ सेंट पोर्ट लुई के अध्यक्ष अल्बर्टो मुसालेम ने कहा कि दर में कटौती का उपयुक्त समय आ रहा है क्योंकि मुद्रास्फीति फेड के 2 फीसदी के लक्ष्य के दायरे में आ रही है।
अवेंडस कैपिटल पब्लिक मार्केट्स अल्टरनेट स्ट्रैटजीज के सीईओ एंड्रयू हॉलैंड ने कहा, ‘बाहर से आने वाली किसी भी सकारात्मक खबर से बाजार चढ़ रहा है। अब नरम ब्याज दरों की उम्मीद बढ़ गई है। बाजार मोटे तौर पर वैश्विक घटनाक्रम पर निर्भर करेगा। अगले हफ्ते जेरोम पॉवेल के बयान पर निवेशकों की नजर रहेगी।’
बाजार में उठापटक मापने वाला सूचकांक इंडिया वीआईएक्स आज 6.7 फीसदी घटकर 14.4 रह गया, जो 2 अगस्त के बाद पहली बार 15 से नीचे आया है।
बंबई स्टॉक एक्सचेंज में 2,414 शेयर लाभ में और 1,527 नुकसान में बंद हुए।
आईटी शेयरों में सबसे ज्यादा तेजी देखी गई और आईटी सूचकांक करीब 3 फीसदी उछल गया। एचडीएफसी बैंक में 1.5 फीसदी तेजी आई और सेंसेक्स की बढ़त में इसने सबसे ज्यादा योगदान किया। आईसीआईसीआई बैंक में 2.2 फीसदी की तेजी दर्ज की गई।
जियोजित फाइनैंशियल सर्विसेज में शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘निकट से मध्यम अवधि तक निवेशकों को सतर्कता बरतने की सलाह दी जाती है। निवेशकों को एफएमसीजी, आईटी, फार्मा और दूरसंचार जैसे शेयरों पर ध्यान देना चाहिए।’