वेदांता ग्रुप की सब्सिडियरी कंपनी हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड (HZL) मौजूदा वित्त वर्ष के लिए अपने शेयरधारकों को 8,000 करोड़ रुपए का स्पेशल डिविडेंड देने का प्लान कर रही है। लाभांश की मंजूरी को अंतिम रूप देने के लिए कंपनी के बोर्ड की बैठक 20 अगस्त होगी।
हाल ही में नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) ने कंपनी को जनरल रिजर्व से 10,383 करोड़ रुपए निकाल कर रिटेंड अर्निंग में ट्रांसफर करने की मंजूरी दी है। जिसके के बाद कंपनी ने अपने शेयर होल्डर्स को स्पेशल डिविडेंड देने की योजना कर रही है।
इस बात की जानकारी न्यूज एजेंसी PTI ने आज (15 अगस्त) को सूत्रों के हवाले से दी है। कंपनियां अपने शेयरधारकों को मुनाफे का कुछ हिस्सा देती हैं, उसे डिविडेंड या लाभांश कहते हैं।
सरकार को ₹2,400 करोड़ रुपए देगी कंपनी
रिपोर्ट के मुताबिक, स्पेशल डिविडेंड का 30% (करीब 2,400 करोड़ रुपए) नॉन-टैक्स रेवेन्यू के रूप में सरकार को दी जाएगी। हिंदुस्तान जिंक में सरकार की हिस्सेदारी 29.5% है।
कंपनी में वेदांता की 65% हिस्सेदारी इसे ₹5,100 करोड़ मिलेंगे
वहीं, HZL की प्रमोटर कंपनी वेदांता लिमिटेड की हिस्सेदारी करीब 65% है। इसे स्पेशल डिविडेंड के तौर पर करीब 5,100 करोड़ रुपए मिलेंगे। इसके जरिए वेदांता अपनी बैलेंस सीट में लीवरेज कम करने के लिए कर सकती है।
रेगुलर डिविडेंड से अलग होगा स्पेशल डिविडेंड
शेयरहोल्डर्स को मिलने वाला यह स्पेशल डिविडेंड कंपनी की ओर से दी जाने वाली सालाना रेगुलर डिविडेंड से अलग होगा। हिंदुस्तान जिंक हर साल अपने शेयरधारकों को करीब 6,000 करोड़ रुपए लाभांश के रूप में देती है।
2022-23 में कंपनी ने 32,000 करोड़ का लाभांश दिया
वित्त वर्ष 2023-24 में कंपनी ने टोटल 5493 करोड़ रुपए लाभांश के रूप में अपने शेयर होल्डर्स को दिया था। इसमें सरकार को 29.5% स्टेक के बदले 1622 करोड़ रुपए मिले थे। वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी ने रिकॉर्ड 32,000 करोड़ का डिविडेंड अपने शेयर होल्डर्स को दिया था। तब सरकार को 9500 करोड़ रुपए मिले थे।
हिंतुस्तान जिंक में अपनी 3.31% हिस्सेदारी बेचेगी वेदांता
वेदांता हिंदुस्तान जिंक में अपनी 3.31% हिस्सेदारी भी बेचने जा रही है। कंपनी यह स्टेक सेल ऑफर फॉर सेल (OFS) इश्यू के जरिए 16 से 19 अगस्त के बीच करेगी। कंपनी ने इसके लिए 486 रुपए फ्लोर प्राइस रखी है