अरबपति गौतम अडानी की प्रमुख कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड अपना नॉन कन्वर्टिबल डिबेंचर (एनसीडी) लॉन्च करने वाली है। इसके जरिए कंपनी 600 करोड़ रुपये जुटाने का इरादा रखती है। अडानी एंटरप्राइजेज की 1.5-2 बिलियन डॉलर की इक्विटी कैपिटल जुटाने की भी है। इसके लिए कंपनी एक योग्य संस्थागत प्लेसमेंट (क्यूआईपी) की पेशकश कर सकती है। हालांकि, अडानी समूह की ओर से आधिकारिक तौर पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है।
मनीकंट्रोल की खबर में एक सूत्र के हवाले से बताया गया है- पब्लिक एनसीडी ऑफर अगले सप्ताह के मध्य में लॉन्च होने की उम्मीद है। हालांकि सटीक तारीखों पर अभी तक फैसला लिया गया है। यह किसी भी अडानी समूह की कंपनी द्वारा एनसीडी की पहली सार्वजनिक पेशकश होगी और यह कंपनी की अपने फंडिंग स्रोतों में विविधता लाने की रणनीति का हिस्सा है। अडानी समूह की ये खबर ऐसे समय में आई है जब हिंडनबर्ग की ओर से एक बार फिर समूह और सेबी पर कई आरोप लगाए गए हैं।
600 करोड़ रुपये जुटाने की योजना
बता दें कि 25 जुलाई को अडानी एंटरप्राइजेज ने पब्लिक एनसीडी ऑफर के माध्यम से 600 करोड़ रुपये जुटाने के लिए स्टॉक एक्सचेंजों के साथ एक ड्राफ्ट प्रॉस्पेक्टस दाखिल किया। इश्यू में 300 करोड़ रुपये की बेस अमाउंट शामिल है, जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त 300 करोड़ रुपये जुटाने का विकल्प भी शामिल है। एनसीडी ऑफर से जुटाई जाने वाली रकम का उपयोग कंपनी द्वारा लिए गए मौजूदा ऋणों के पूर्ण या आंशिक री-पेमेंट के लिए किया जाएगा। बता दें कि बता दें कि 30 जून तक अडानी एंटरप्राइजेज पर 42,753 करोड़ रुपये का शुद्ध कर्ज था।
क्यूआईपी योजना
पात्र संस्थागत नियोजन (क्यूआईपी) के मोर्चे पर कंपनी कई संस्थागत निवेशकों के साथ चर्चा कर रही है। रिपोर्ट के अनुसार अडानी एनर्जी क्यूआईपी में राजीव जैन के जीक्यूजी पार्टनर्स और अबू धाबी के सॉवरेन वेल्थ फंड एडीआईए और इंटरनेशनल होल्डिंग कंपनी जैसे वैश्विक निवेशकों की दिलचस्पी देखी गई।
घरेलू म्यूचुअल फंडों ने एसबीआई एमएफ, एचडीएफसी एमएफ, टाटा एमएफ, बंधन, एक्सिस और अन्य फंडों के साथ 325 मिलियन डॉलर (2,700 करोड़ रुपये से अधिक) के शेयरों के लिए बोली लगाई। मनीकंट्रोल की रिपोर्ट के अनुसार, एसबीआई एमएफ ने 800 करोड़ रुपये के शेयरों के लिए बोली लगाई।