देश की सबसे बड़ी सीमेंट उत्पादक कंपनी अल्ट्राटेक सीमेंट ने आज कहा कि वह इंडिया सीमेंट्स में 32.72 फीसदी हिस्सेदारी खरीदेगी। हिस्सेदारी की खरीद इंडिया सीमेंट्स के प्रवर्तकों और संबंधित लोगों से की जाएगी। सौदा करीब 3,954 करोड़ रुपये में होगा और अधिग्रहणकर्ता को खुली पेशकश भी लानी होगी। खुली पेशकश को पूरी बोली मिलती हैं तो इस अधिग्रहण में अल्ट्राटेक को कुल 7,100 करोड़ रुपये खर्च करने होंगे।
आदित्य बिड़ला समूह के स्वामित्व वाली सीमेंट इकाई अल्ट्राटेक ने कहा कि शेयर खरीद करार पर हस्ताक्षर करने और नियामकीय मंजूरियां हासिल करने के बाद अल्ट्राटेक 390 रुपये प्रति शेयर के भाव पर इंडिया सीमेंट्स में 32.72 फीसदी हिस्सेदारी 3,954 करोड़ रुपये में खरीदेगी। कंपनी ने कहा कि शेयर खरीद के कारण 390 रुपये प्रति शेयर भाव पर खुली पेशकश भी लानी होगी।
अल्ट्राटेक ने कहा, ‘नियामकों से सभी मंजूरियां मिलने के बाद खुली पेशकश लाई जाएगी।’ पिछले महीने अल्ट्राटेक ने 268 रुपये प्रति शेयर के भाव पर 22.77 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के लिए 1,889 करोड़ रुपये का निवेश किया था। कंपनी ने ये शेयर अरबपति निवेशक राधाकृष्ण दमानी और उनकी सहायक इकाइयों से खुले बाजार में खरीदे थे।
अल्ट्राटेक ने कहा, ‘जून में किए गए निवेश के बाद प्रवर्तक समूह ने कंपनी में अपनी हिस्सेदारी बेचने के लिए हमसे संपर्क किया था। हमें लगा कि उनकी हिस्सेदारी खरीदना हमारे लिए ठीक रहेगा।’
इंडिया सीमेंट्स की कुल उत्पादन क्षमता 1.44 करोड़ टन सालाना है। इनमें से 1.29 करोड़ टन क्षमता के कारखाने दक्षिण भारत (खास तौर पर तमिलनाडु) में और 15 लाख टन सालाना क्षमता का कारखाना राजस्थान में है। इस सौदे के लिए नियामकों से मंजूरी अगले 6 महीने में मिलने की उम्मीद है।
आदित्य बिड़ला समूह के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला ने कहा, ‘पिछले कुछ वर्षों में अल्ट्राटेक सीमेंट ने भारत को इमारत निर्माण के क्षेत्र में दुनिया का बड़ा नाम बनाने के मकसद से निवेश किया है।’
आदित्य बिड़ला समूह के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला ने कहा, इंडिया सीमेंट्स ने हमें अच्छा मौका दिया है क्योंकि इससे अल्ट्राटेक को दक्षिण भारत के बाजार में अपनी पैठ बनाने में मदद मिलेगी। साथ ही 20 करोड़ टन सालाना उत्पादन क्षमता के हमारे लक्ष्य को भी इससे रफ्तार मिलेगी।’
निर्मल बांग में विश्लेषक ज्योति गुप्ता ने कहा, ‘क्षमता विस्तार के लिहाज से यह सौदा अल्ट्राटेक के लिए ठीक लगता है क्योंकि कंपनी पहले ही अपनी क्षमता बढ़ा रही है। अगर अल्ट्राटेक क्षमता के इस्तेमाल पर ध्यान देती रहेगी तो सीमेंट के दाम कम होंगे और कंपनी की वित्तीय स्थिति पर असर पड़ेगा।’
जुलाई में अल्ट्राटेक ने निवेशकों के सामने प्रस्तुति दी थी, जिसके मुताबिक कंपनी के पास दक्षिण भारत में 2.5 करोड़ टन सालाना उत्पादन क्षमता है और वित्त वर्ष 2027 तक इसमें 1 करोड़ टन का इजाफा हो जाएगा। इसमें केसोराम इंडस्ट्रीज के सौदे से मिली 1.07 करोड़ टन सालाना उत्पादन क्षमता को शामिल नहीं किया गया है।
कंपनी ने कहा कि इंडिया सीमेंट्स की कुल उत्पादन क्षमता को देखते हुए इस सौदे से अल्ट्राटेक को दक्षिण भारत के बाजार में अपनी मौजूदा क्षमता विस्तार योजना का मूल्यांकन करने का अवसर मिला है।
जून तक अल्ट्राटेक के पास भारत में 14.95 करोड़ टन सालाना सहित कुल 15.49 करोड़ टन सालाना सीमेंट उत्पादन क्षमता है। दूसरी ओर अदाणी समूह की कंपनी अंबुजा सीमेंट्स-एसीसी की कुल उत्पादन क्षमता 7.7 करोड़ टन सालाना है। अल्ट्राटेक की योजना 2028 तक कुल उत्पादन क्षमता सालाना 20 करोड़ टन कर लेने की है। वहीं अदाणी का लक्ष्य इस दौरान 14 करोड़ टन सालाना उत्पादन क्षमता हासिल करने का है।