HDFC (हाउसिंग डिवेलपमेंट फाइनेंस कॉरपोरेशन) के शेयरहोल्डर्स ने मर्जर के बाद डिविडेंड में कमी पर असंतोष जताया है। पिछले साल HDFC का HDFC बैंक के साथ मर्जर हुआ था। इसके बाद डिविडेंड में गिरावट को लेकर पुरानी कंपनी HDFC के शेयरहोल्डर्स ने ऐतराज जताया है।
HDFC बैंक ने मार्च 2024 को खत्म वित्त वर्ष के लिए 19.5 रुपये प्रति शेयर इक्विटी डिविडेंड का ऐलान किया है। पुरानी कंपनी HDFC लिमिटेड के शेयरहोल्डर्स को इससे पिछले वित्त वर्ष में 45 रुपये प्रति शेयर डिविडेंड मिला था। हाउसिंग फाइनेंस कंपनी के पूर्व निवेशको नें HDFC बैंक की एन्युअल जनरल मीटिंग में मैनेजमेंट के सामने कम डिविडेंड के भुगतान का मुद्दा उठाया था।
इस पर HDFC बैंक के पार्ट टाइम चेयरमैन और इंडिपेंडेंट डायरेक्टर अतानु चक्रवर्ती का कहना था कि बैंक को पूंजी बनाने और शेयरहोल्डर्स को कुछ रिटर्न मुहैया कराने की जरूरत है। उन्होंने कहा, ‘ बैंक सभी शेयरहोल्डर्स को रिटर्न उपलब्ध कराने को लेकर प्रतिबद्ध है, ताकि इसक साख बननी रहे। प्रॉफिट को संतुलित तरीके से डिविडेंड और पूंजी में बांटा जा रहा है।’
भारत के सबसे बड़े प्राइवेट बैंक HDFC बैंक ने बताया कि वित्त वर्ष 2023-2024 में उसकी बैलेंस शीट 36 लाख करोड़ रुपय से भी ज्यादा थी, जबकि नेट इंटरेस्ट इनकम 25 पर्सेंट बढ़कर 1.09 करोड़ रुपये रही।