मिडिल ईस्ट में तनाव बढ़ने से कच्चे तेल में तेज उछाल देखने को मिल रहा है। कच्चे तेल का दाम एक दिन में करीब 4% तक चढ़ा है। ब्रेंट का भाव 82 डॉलर के करीब पहुंचा है जबकि WTI 80 डॉलर के करीब कारोबार कर रहा है। दरअसल मिडिल ईस्ट संकट गहराने से कच्चे तेल की कीमतों में तेजी आई है। गाजा पर इजरायल के हमलों का दौर जारी है।
इधर यूएस भी मिडिल ईस्ट में सैनिकों की संख्या बढ़ा रहा है। बाजार को सितंबर में US में दरें घटने की उम्मीद है। OPEC ने 2024 के लिए ग्लोबल मांग अनुमान घटाया है। OPEC ने अनुमान घटाकर 21.1 लाख बैरल रोजाना किया है। पहले 22.5 लाख बैरल रोजाना ग्लोबल मांग का अनुमान था।
सोने-चांदी की कीमतों में उछाल
वहीं दूसरी तरफ इंटरनेशनल मार्केट में भी सोने-चांदी की कीमतों में उछाल आया है। COMEX पर सोने का भाव एक दिन में 2% चढ़ा है। सोने का दिसंबर वायदा रिकॉर्ड स्तरों के करीब पहुंचा। COMEX पर सोने का दिसंबर वायदा $2517 तक पहुंचा। 2 अगस्त को सोने का भाव रिकॉर्ड $2522 तक पहुंचा था। COMEX पर चांदी एक दिन में 2.50% चढ़ी है। चांदी का सितंबर वायदा 28 डॉलर के पार निकला है। US मिडिल ईस्ट में सैनिकों की संख्या बढ़ा रहा है। बाजार को सितंबर में US में दरें घटने की उम्मीद है।
अमेरिका में मंदी आती है तो कच्चे तेल के दाम गिरेंगे
इस बीच एनर्जी एक्सपर्ट नरेंद्र तनेजा ने सीएनबीसी-आवाज से बातचीत में कहा कि मिडिल ईस्ट संकट इस बार काफी बढ़ा है। हमास के साथ इजरायल किसी भी हाल में समझौता नहीं चाहता है। ईरान किसी भी समय इजरायल पर हमला कर सकता है। ईरान दो तरीके से इजरायल पर हमला कर सकता है। हिजबुल्ला के जरिए भी ईरान हमला कर सकता है। नरेंद्र तनेजा ने आगे कहा कि चीन में कच्चे तेल की मांग काफी गिरी है। चीन से कच्चे तेल की मांग और बढ़ने वाली नहीं है।
अमेरिका में मंदी की आहट से भी बाजार परेशान है। इस समय ओपेक उत्पादन घटाएगा या नहीं इस पर बाजार की नजर है। नरेंद्र तनेजा ने इस बातचीत में आगे कहा कि बाजार की नजर ईरान के कदमों पर है। अमेरिका कच्चे तेल का भाव कम रखना चाहता है।
उन्होंने कहा कि तेल के दाम कम रहेंगे तभी कमला हैरिस चुनाव जीत सकती हैं। नरेंद्र तनेजा ने कहा कि मिडिल ईस्ट में हालात ऐसे ही बने रहेंगे। उन्होने आगे कहा कि अगर अमेरिका में मंदी आती है तो कच्चे तेल के दाम गिरेंगे।