इंडियन रेलवे फाइनेंस कॉरपोरेशन (IRFC) के शेयरों पर 13 अगस्त को नजर रह सकती है। कंपनी ने जून तिमाही के नतीजों का ऐलान किया है। सालाना आधार पर कंपनी की परफॉर्मेंस तकरीबन फ्लैट रही है। संबंधित अवधि में रेलवे फाइनेंस कंपनी का रेवेन्यू सालान आधार पर 1.4 पर्सेंट की बढ़ोतरी के साथ 6,765 करोड़ रुपये रहा। पिछले साल की इसी अवधि में यह आंकड़ा 6,673 करोड़ रुपये था।
कंपनी का नेट प्रॉफिट भी सालाना आधार पर फ्लैट रहा। इस दौरान कंपनी का मुनाफा 1,576 करोड़ रुपये रहा, जबकि पिछले साल की इसी अवधि में यह आंकड़ा 1,551 करोड़ रुपये था। इस सरकारी कंपनी ने अपनी एसेट क्वॉलिटी से जुड़ी मेट्रिक का खुलासा नहीं किया है।
जून तिमाही में IRFC का रेवेन्यू और नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर फ्लैट रहा, जबकि रेवेन्यू मार्च तिमाही की तुलना में ज्यादा था और नेट प्रॉफिट में तिमाही आधार पर गिरावट रही। कंपनी ने पहले 0.7 रुपये प्रति शेयर का फाइनल डिविडेंड घोषित किया था और रिकॉर्ड डेट के लिए 22 अगस्त की तारीख तय की थी।
IRFC और इसकी समकक्ष कंपनियों मसलन RVNL, IRCON और RailTel (रेलटेल ) पर 12 अगस्त को फोकस बना रहा। आर्थिक मामलों की कैबिनेट कमेटी ने प्रधानमंत्री की अगुवाई में 8 अगस्त को रेलवे मिनिस्ट्री के 24,657 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट्स को मंजूरी दी थी। ये प्रोजेक्ट्स वित्त वर्ष 2030-31 तक पूरा हो जाने की उम्मीद हैं।
IRFC के शेयरों में इस साल अब तक 83 पर्सेंट की बढ़ोतरी हो चुकी है, जबकि पिछले एक साल में इसमें 261 पर्सेंट का उछाल आया है। फिलहाल कंपनी का स्टॉक अपने रिकॉर्ड हाई 229 रुपये से 20 पर्सेंट नीचे है। शेयर बाजार में 13 अगस्त को 2.3 पर्सेंट की बढ़त के साथ 184 रुपये पर बंद हुआ।