Upcoming IPO: आईपीओ निवेशकों को आने वाले हफ्ते में भी निवेश के कई मौके मिलेंगे। इस हफ्ते 5 कंपनियों का आईपीओ खुलने वाला है। इसमें एक आईपीओ मेनबोर्ड सेगमेंट से है, जबकि 4 आईपीओ SME सेगमेंट से संबंधित हैं। जिन कंपनियों के आईपीओ इस हफ्ते सब्सक्रिप्शन के लिए खुलने वाले हैं, उनमें सरस्वती साड़ी डिपो (Saraswati Saree Depot), सनलाइट रीसाइक्लिंग (Sunlite Recycling), पॉजिट्रॉन एनर्जी (Positron Energy), सॉल्व प्लास्टिक प्रोडक्ट्स (Solve Plastic Products) और ब्रोच लाइफकेयर हॉस्पिटल (Broach Lifecare Hospital) शामिल हैं। इसके अलावा, इस हफ्ते तीन कंपनियों की लिस्टिंग भी होगी।
इन कंपनियों के खुलेंगे IPO
Saraswati Saree Depot IPO
सरस्वती साड़ी डिपो का आईपीओ 12 अगस्त को खुलेगा और 14 अगस्त को बंद हो जाएगा। इसके लिए कंपनी ने 152-160 रुपये का प्राइस बैंड घोषित किया है। आईपीओ के तहत 65 लाख फ्रेश इक्विटी शेयर जारी किए जाएंगे। वहीं, प्रमोटर ग्रुप द्वारा 35 लाख इक्विटी शेयरों की बिक्री ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिए की जाएगी। कंपनी नए इश्यू से प्राप्त फंड का उपयोग वर्किंग कैपिटल जरूरतों और सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए करना चाहती है।
SME सेगमेंट में खुलेंगे ये IPO
SME सेगमेंट की बात करें तो 4 कंपनियां – सनलाइट रीसाइक्लिंग, पॉजिट्रॉन एनर्जी, सॉल्व प्लास्टिक प्रोडक्ट्स और ब्रोच लाइफकेयर हॉस्पिटल अगले हफ्ते अपने आईपीओ लॉन्च करेंगी। पॉजिट्रॉन एनर्जी और सनलाइट रीसाइक्लिंग इंडस्ट्रीज के इश्यू 12 अगस्त को सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेंगे और 14 अगस्त को बंद होंगे। पॉजिट्रॉन एनर्जी अपने शेयर 238-250 रुपये प्रति शेयर पर ऑफर कर रही है, जबकि सनलाइट ने आईपीओ की कीमत 100-105 रुपये प्रति शेयर रखी है।
इसके अलावा, सॉल्व प्लास्टिक और ब्रोच लाइफकेयर का पब्लिक इश्यू 13 अगस्त को सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगा। दोनों इश्यू 16 अगस्त को बंद होंगे। सॉल्व प्लास्टिक का ऑफर प्राइस 91 रुपये और ब्रोच लाइफकेयर का ऑफर प्राइस 25 रुपये प्रति शेयर रखा गया है।
FirstCry समेत इनकी होगी लिस्टिंग
FirstCry और Unicommerce का आईपीओ पिछले हफ्ते सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था। ये शेयर अब आने वाले नए हफ्ते में शेयर बाजार में 13 अगस्त को लिस्ट होने की तैयारी में हैं। इसके अलावा, SME प्लेटफॉर्म पर अगले हफ्ते एस्थेटिक इंजीनियर्स (Aesthetik Engineers) की संभावित लिस्टिंग तारीख 16 अगस्त है। बता दें कि बजट के बाद मजबूत इकोनॉमिक फंडामेंटल और घरेलू निवेशकों की बढ़ती दिलचस्पी के कारण आईपीओ एक्टिविटी में तेजी आई है।