Ola Electric Share Price: लिस्टिंग से पहले ओला इलेक्ट्रिक की कमजोर लिस्टिंग के संकेत मिल रहे थे। ग्रे मार्केट में इसकी GMP (ग्रे मार्केट प्रीमियम) शून्य से नीचे चली गई थी और आज इसकी फ्लैट लिस्टिंग भी हुई। हालांकि फिर निवेशकों का रुझान दिखने लगा और खरीदारी इतनी तेज बढ़ी कि बेचने वाले ही नहीं मिले। खरीदार खड़े रह गए और शेयर 20 फीसदी के अपर सर्किट पर चला गया। आईपीओ निवेशकों को इसके शेयर 76 रुपये के भाव पर जारी हुए थे और फ्लैट एंट्री के बाद यह उछलकर यह 91.18 रुपये के अपर सर्किट पर पहुंच गया। इसके बाद यह सर्किट टूटा नहीं और इसी पर बंद भी हुआ। एंप्लॉयीज को हर शेयर 7 रुपये के डिस्काउंट पर मिला है। आईपीओ खुलने से पहले इसकी जीएमपी 16.50 रुपये थी और जब बंद हुआ तो यह गिरकर (-) 3 रुपये पर आ गया था।
IPO में सबसे तगड़ा जोश दिखाया था एंप्लॉयीज ने
ओला इलेक्ट्रिक के आईपीओ का लंबे समय से इंतजार हो रहा था लेकिन जब इसका 6145 करोड़ रुपये का आईपीओ खुला तो दूसरे दिन ही यह पूरा भर पाया। हालांकि एंप्लॉयीज और खुदरा निवेशकों का जोश पहले ही दिन से दिखा और दोनों के लिए आरक्षित हिस्से पहले ही दिन ओवरसब्सक्राइब हो गए थे। ओवरऑल यह इश्यू 4 गुना से अधिक भरा था जिसमें खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित हिस्सा 12 गुना से अधिक और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 4 गुना से अधिक भरा था। वहीं क्वालिफाईड इंस्टीट्यूशनल बायर्स का हिस्सा 5 गुना से अधिक और नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स का आरक्षित हिस्सा 2 गुना से अधिक सब्सक्राइब हुआ।
OLA Electric कैसे खर्च करेगी आईपीओ के पैसे?
ओला इलेक्ट्रिक के आईपीओ के तहत नए शेयर भी जारी हुए हैं और ऑफर फॉर सेल के तहत भी शेयर बिके हैं। नए शेयरों को जारी कर कंपनी को जो पैसे मिले हैं, उसमें से 1,227.64 करोड़ रुपये का इस्तेमाल इसकी सेल मैनुफैक्चरिंग प्लांट की कैपेसिटी को 5GWh से बढ़ाकर 6.4 GWh करने में किया जाएगा। इसके अलावा 800 करोड़ रुपये से कर्ज चुकाया जाएगा, 1600 करोड़ रुपये का इस्तेमाल R&D पर लगेगा और 350 करोड़ रुपये का इस्तेमाल ऑर्गेनिक ग्रोथ में किया जाएगा।