Multibagger Stocks: कुछ ऐसे शेयर होते हैं जो निवेश डबल-ट्रिपल करने में अधिक समय नहीं लेते हैं। ऐसा ही एक मल्टीबैगर है बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) है जिसके शेयरों ने महज एक साल में ही निवेशकों के पैसों को तीन गुना कर दिया है। हालांकि अप्रैल में जब यह रिकॉर्ड हाई पर था तो उस समय एक साल के निचले स्तर से यह करीब 291 फीसदी अपसाइड था यानी कि एक साल के निचले स्तर पर जिसने शेयर खरीदे थे, उनका निवेश लगभग चार गुना होने की कगार पर था। आज की बात करें तो फिलहाल NSE पर यह 1.88 फीसदी की बढ़त के साथ 2,648.80 रुपये के भाव पर है। इंट्रा-डे में यह 3.12 फीसदी उछलकर 2648.80 रुपये के भाव (BSE Share Price) पर पहुंच गया था।
BSE ने एक साल में तीन गुना किया निवेशकों का पैसा
बीएसई के शेयर पिछले साल 16 अगस्त 2023 को 835.50 रुपये पर थे जो इसके शेयरों के लिए एक साल का निचला स्तर है। इस निचले स्तर से 8 महीने में यह करीब 291 फीसदी उछलकर 24 अप्रैल 2024 को 3,264.70 रुपये के भाव पर पहुंच गया जो इसके शेयरों के लिए रिकॉर्ड हाई है। फिलहाल इस रिकॉर्ड हाई से यह करीब 19 फीसदी डाउनसाइड है लेकिन अब भी एक साल के निचले स्तर से यह करीब 217 फीसदी अपसाइड है।
निवेशकों को खूब मिला है ‘एक्स्ट्रा’ मुनाफा
बीएसई के शेयरों की तेजी ने निवेशकों की ताबड़तोड़ कमाई तो कराई ही है, साथ ही इसने डिविडेंड और बायबैक के रूप में एक्स्ट्रा मुनाफा भी दिया है। बायबैक में कंपनी अपने शेयरों को वापस खरीदती है और आमतौर पर इसका भाव काफी प्रीमियम पर होता है जिससे निवेशकों को काफी फायदा मिल जाता है। इसके अलावा डिविडेंड से भी निवेशकों को अतिरिक्त कमाई होती है। इसके अलावा बीएसई बोनस भी बांट चुकी है। इसके शेयर वर्ष 2017 में लिस्ट हुए थे और तब से हर साल यह डिविडेंड बांट रही है। एक साल में बात करें तो हर शेयर पर जून 2024 में इसने 15 रुपये और अगस्त 2023 में इसने 12 रुपये का फाइनल डिविडेंड बांटा था। बायबैक की बात करें तो सितंबर 2023 और जुलाई 2019 में यह इसका ऐलान कर चुकी है। अब बोनस की बात करें तो मार्च 2022 में इसने 2:1 के रेश्यो में बोनस का ऐलान किया था।
कैसी है कारोबारी सेहत
चालू वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही अप्रैल-जून 2024 में बीएसई का रेवेन्यू सालाना आधार पर करीब 182 फीसदी उछलकर 607.70 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। तिमाही आधार पर इसका रेवेन्यू 24 फीसदी बढ़ा और इसे ट्रांजैक्शन चार्जेज में 45 फीसदी की ग्रोथ से सपोर्ट मिला। ट्रांजैक्शन चार्जेज से बीएसई को 366.3 करोड़ रुपये मिले। इसके अलावा तिमाही आधार पर ट्रेजरी इनकम में 7.6 फीसदी और बाकी सिक्योरिटीज में 16,4 फीसदी की ग्रोथ से इसके रेवेन्यू को सपोर्ट मिला। EBITDA मार्जिन तिमाही आधार पर 19.7% से बढ़कर 47 फीसदी पर पहुंच गया। सेबी रेगुलेटरी फीस में 53 फीसदी के साथ-साथ एडिमिनिस्ट्रेटिव और बाकी खर्चों में 5 फीसदी की गिरावट के चलते जून तिमाही में इसके मार्जिन को सपोर्ट मिला। मुनाफे की बात करें तो जून तिमाही में इसका नेट प्रॉफिट मार्च तिमाही की तुलना में 106.89 करोड़ रुपये से उछलकर 264.29 करोड़ रुपये पर पहुंच गया लेकिन सालाना आधार पर इसमें गिरावट आई। पिछले साल जून तिमाही में इसे 516.25 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था।