मझगांव डॉक (Mazagon Dock), कोचीन शिपयार्ड (Cochin Shipyard) और गार्डन रीच शिपबिल्डर्स (Garden Reach Shipbuilders) के शेयरों में 30% की गिरावट के बावजूद इनकी कीमतें अभी भी ऊंची मानी जा रही हैं। बुधवार 7 अगस्त को लगातार छठे दिन इन शेयरों में गिरावट देखने को मिली। मझगांव डॉक के शेयरों में जहां उतार-चढ़ाव भरा कारोबार रहा। वहीं कोचीन शिपयार्ड और गार्डन रीच के शेयर 4% से 6% तक लुढ़क गए।
इन उतार-चढ़ावों के बाद, मझगांव डॉक के शेयर जुलाई महीने के अपने ऑलटाइम हाई 5,860 रुपये से लगभग 21% नीचे आ चुके हैं। वहीं गार्डन रीच और कोचीन शिपयार्ड के शेयर भी आज का गिरावट के बाद अपने रिकॉर्ड उच्च स्तर से क्रमश: 26% और 28% नीचे कारोबार कर रहे हैं।
हालांकि इन हालिया गिरावट के बावजूद, कोचीन शिपयार्ड के शेयर वित्त वर्ष 2026 की अनुमानित आय पर प्राइस-टू-अर्निंग्स (P/E) के 48 गुना पर कारोबार कर रहे हैं। वहीं वित्त वर्ष 2025 की अनुमानित आय पर यह शेयर 66 गुना पर कारोबार कर रहा है। जबकि कोचीन शिपयार्ड का पिछले 5 साल का औसत प्राइस-टू-अर्निंग्स (P/E) मल्टीपल 27 गुना है।
इसकी तुलना में, गार्डन रीच का पिछले 5 साल का औसत प्राइस-टू-अर्निंग्स मल्टीपल 28.26 गुना है। मझगांव डॉक और कोचीन शिपयार्ड के पास अब कंपनी में हिस्सेदारी रखने वाले छोटे शेयरधारकों की संख्या अब 4 लाख पर पहुंच गई। गार्डन रीच में भी छोटे शेयरधारकों की संख्या पिछले एक साल में बढ़ी है। बता दें कि 2 लाख रुपये से कम निवेश वाले शेयरधारकों को, छोटा शेयरधारक माना जाता है।
इस बीच स्टॉक एक्सचेंजों ने मझगांव डाक शिपबिल्डर्स की सर्किट सीमा में बदलाव किया है। मझगांव डाक के शेयरों के लिए सर्किट सीमा को अब 10 फीसदी से बढ़ाकर 20 फीसदी कर दिया है। इसका मतलब है कि मझगांव डाक के शेयर में एक दिन में 20 फीसदी से अधिक का उतार या चढ़ाव नहीं आ सकता है।
बता दें कि ये तीनों ही शेयर मल्टीबैगर है। मझगांव डाक के शेयरों ने पिछले एक साल में अपने निवेशकों को जहां 164 फीसदी का रिटर्न दिया है। वहीं कोचीन शिपयार्ड के शेयरों में पिछले एक साल में करीब 594.6 फीसदी की तेजी आई है। जबकि गार्डन रीच शिपबिल्डर्स के शेयरों ने पिछले एक साल में अपने निवेशकों को करीब 266 फीसदी का रिटर्न दिया है।