Ola Electric IPO: इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन बनाने वाली कंपनी ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के 6,145 करोड़ रुपये के आईपीओ की क्लोजिंग हो गई है। वैसे तो इस आईपीओ को तगड़ा रिस्पॉन्स मिला है लेकिन लिस्टिंग पर बड़े नुकसान की आशंका है।
कितना हुआ सब्सक्रिप्शन
इस आईपीओ को अंतिम दिन मंगलवार को 4.27 गुना सब्सक्रिप्शन मिला। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक आईपीओ के लिए कुल 1,98,79,03,905 शेयरों के लिए बोलियां आई जबकि बिक्री के लिए 46,51,59,451 शेयरों की पेशकश की गई थी। पात्र संस्थागत खरीदारों के कैटेगरी को 5.31 गुना सब्सक्रिप्शन मिला। इसी तरह, खुदरा व्यक्तिगत निवेशकों की श्रेणी में 3.92 गुना सब्सक्रिप्शन मिला। वहीं गैर-संस्थागत निवेशकों के कैटेगरी में 2.40 गुना बोलियां मिलीं।
आईपीओ की डिटेल
आईपीओ के तहत 5,500 करोड़ रुपये तक के नए शेयर और 8,49,41,997 इक्विटी शेयर बिक्री पेशकश के अंतर्गत रखे गए थे। ओला इलेक्ट्रिक के संस्थापक भाविश अग्रवाल ने लगभग 3.8 करोड़ शेयरों को बिक्री के लिए रखा।
निगेटिव है जीएमपी
ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के आईपीओ के लिए इश्यू प्राइस 72 से 76 रुपये प्रति शेयर तय किया गया था। हालांकि, ग्रे मार्केट प्रीमियम यानी जीएमपी निगेटिव में है। अनुमान है कि आईपीओ की लिस्टिंग 75 रुपये के स्तर पर हो सकती है, जो इश्यू प्राइस से 1 रुपये के नुकसान को दिखाता है।
क्या होगा पैसे का
बीते दिनों ओला ने बताया कि आईपीओ से मिली कुल राशि में 1,227.6 करोड़ रुपये का इस्तेमाल सेल मैन्युफैक्चरिंग प्लांट की क्षमता को पांच गीगावाट घंटा से बढ़ाकर 6.4 गीगावाट घंटा करने के लिए किया जाएगा। इसके अलावा 1,600 करोड़ रुपये अनुसंधान और उत्पाद विकास में निवेश किए जाएंगे। कंपनी मौजूदा कर्ज के पुनर्भुगतान के लिए 800 करोड़ रुपये और विस्तार के लिए 350 करोड़ रुपये का उपयोग करेगी। बता दें कि इश्यू खुलने के पहले कंपनी ने एंकर निवेशकों से 2,763 करोड़ रुपये जुटाए थे।