Real Estates Stocks: रियल एस्टेट कंपनियों के शेयरों में बुधवार 7 अगस्त को तेजी देखने को मिली। गोदरेज प्रॉपर्टीज से लेकर मैक्रोटेक और प्रेस्टिज एस्टेट्स के शेयर शुरुआती कारोबार में 3 फीसदी तक उछल गए। रियल्टी शेयरों में यह तेजी इस खबर के बाद आई है कि सरकार प्रॉपर्टी बिक्री के मामले में इंडेक्सेशन बेनेफिट से जुड़े लाभ को वापस बहाल करने जा रही। इसके लिए फाइनेंस बिल में एक संसोधन की तैयारी है। इस संसोधन के जरिए सरकार टैक्सपेयर्स को इजाजत देगी कि वह चाहे तो वह प्रॉपर्टी बेचने पर बिना इंडेक्सेशन लाभ के 12.5% की दर से टैक्स दें या इंडेक्सेशन लाभ के साथ 20% की उच्च दर से टैक्स दे।
हालांकि इंडेक्सेशन लाभ उसी प्रॉपर्टी पर मिलेगा, जो 23 जुलाई 2024 से पहले खरीदी गई हो। सरकार ने मंगलवार को लोकसभा में फाइनेंस बिल के जरिए बजट में किए जाने वाले संशोधन की लिस्ट थमाई। इसमें प्रॉपर्टी बिक्री के मामले में इंडेक्सेशन बेनेफिट के विकल्प को वापस लाने का भी प्रस्ताव शामिल है।
प्रस्तावित संसोधन में कहा गया है, “कोई व्यक्ति या हिंदू अविभाजित परिवार 23 जुलाई 2024 से पहले खरीदी जमीन या बिल्डिंग को लॉन्ग टर्म कैपिटल एसेट्स के तौर पर ट्रांसफर करने पर, नई योजना [इंडेक्सेशन के बिना @12.5%] और पुरानी योजना [इंडेक्सेशन के साथ @20%] के तहत अपने टैक्स की गणना कर सकता है और ऐसे टैक्स का भुगतान कर सकता है जो दोनों में से कम हो।”
रियल्टी सेक्टर के लिए यह खबर राहत भरी है। इससे पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषण में प्रॉपर्टी की बिक्री पर लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स टैक्स (LTCG) को 20% से घटाकर 12.5% करने की घोषणा की थी। हालांकि इसके साथ ही उन्होंने इंडेक्सेशन लाभ को भी हटाने का ऐलान किया था। यह रियल्टी सेक्टर के लिए एक बड़ा झटका था।
निफ्टी रियल्टी इंडेक्स में बजट के बाद से अबतक 9 फीसदी की गिरावट आ चुकी है। अधिक रियल्टी शेयर इस दौरान 10 से 15% तक गिर चुके हैं। इसे आप नीचे दिए चार्ट में भी देख सकते हैं (आंकड़े 6 अगस्त 2024 तक के हैं)
रियल एस्टेट स्टॉक/इंडेक्स | 23 जुलाई 2024 से अबतक रिटर्न |
निफ्टी रियल्टी | -9% |
गोदरेज प्रॉपर्टीज | -10% |
ब्रिगेड एंटरप्राइजेज | -8% |
मैक्रोटेक डेवलपर्स | -17% |
प्रेस्टीज एस्टेट्स | -8% |
सनटेक रियल्टी | -9% |
महिंद्रा लाइफस्पेस | -7% |
फीनिक्स मिल्स | -12% |
सोभा | -2.50% |
ओबेरॉय रियल्टी | -1.60% |
डीएलएफ | -1% |
बता दें कि इंडेक्सेशन में किसी भी प्रॉपर्टी की खरीद मूल्य को महंगाई के हिसाब से बढ़ाया जाता है। इससे लाभ कम हो जाता है। नतीजतन कम टैक्स देना होता है।