Bulkcorp IPO Listing: फ्लेक्सिबल बैग बनाने वाली बल्ककॉर्प (Bulkcorp) के शेयरों की आज NSE के SME प्लेटफॉर्म पर धांसू एंट्री हुई। खुदरा निवेशकों के दम पर इसके आईपीओ को ओवरऑल 264 गुना से अधिक बोली मिली थी। आईपीओ के तहत 105 रुपये के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज NSE SME पर इसकी 130.00 रुपये पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को 23.81 फीसदी का लिस्टिंग गेन (Bulkcorp Listing Gain) मिला। लिस्टिंग के बाद शेयर और ऊपर चढ़े। उछलकर यह 136.50 रुपये (Bulkcorp Share Price) के अपर सर्किट पर पहुंच गया यानी कि आईपीओ निवेशक अब 30 फीसदी मुनाफे में हैं।
Bulkcorp IPO को मिला था तगड़ा रिस्पांस
बुलकॉर्प का ₹20.78 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 30 जुलाई से 1 अगस्त तक खुला था। खुदरा निवेशकों के दम पर इस आईपीओ को निवेशकों का जबरदस्त रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 264.90 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 104.42 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 251.39 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 362.17 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 19,78,800 नए शेयर जारी हुए हैं। इन शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कंपनी कैपिटल एक्सपेंडिचर, वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने, और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में करेगी।
Bulkcorp के बारे में चांगोदर बनाती है
वर्ष 2009 में बनी बुलकॉर्प इंटरनेशनल फूड-ग्रेड फ्लेक्सिबल इंटरमीडिएट बल्क कंटेनर (FIBC) बैग्स बनाती है। इसकी मैनुफैक्चरिंग यूनिट अहमदाबाद के चांगोदर में है। इसके प्रोडक्ट्स की सप्लाई एग्रीकल्चर, केमिकल्स, कंस्ट्रक्शन, फूड, फार्मा और माइनिंग इंडस्ट्रीज को होती है। प्रोडक्ट्स का निर्यात अमेरिका, कनाडा, यूके, दक्षिण अफ्रीका, आइवरी कोस्ट, दक्षिण कोरिया, स्पेन, यूरोप और इजिप्ट इत्यादि को होता है।
कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो वित्त वर्ष 2021 में इसे 63.53 लाख रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2022 में उछलकर 1.73 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। हालांकि अगले वित्त वर्ष 2023 में मुनाफा थोड़ा नरम पड़ा और फिसलकर यह 1.21 करोड़ रुपये पर आ गया। हालांकि अगले ही वित्त वर्ष 2024 थोड़ी सुधरी और इसे 3.56 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हासिल हुआ। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू सालाना 13 फीसदी से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर 46.50 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।