मेटल एंड माइनिंग कंपनी वेदांता लिमिटेड का वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में मुनाफा सालाना आधार (YoY) पर 54% बढ़कर ₹5,095 करोड़ रहा। एक साल पहले की समान तिमाही में कंपनी का कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट ₹3,308 करोड़ रहा था।
वेदांता ने आज यानी 6 अगस्त को पहली तिमाही के नतीजे जारी किए हैं। कंपनी के ऑपरेशन से कंसॉलिडेटेड रेवेन्यू यानी आय में सालाना आधार पर 6% की बढ़ोतरी रही है।
पहली तिमाही में रेवेन्यू ₹35,239 करोड़ रहा
FY25 की पहली तिमाही में ऑपरेशन से रेवेन्यू ₹35,239 करोड़ रहा। एक साल पहले की समान तिमाही यानी FY24 की पहली तिमाही में रेवेन्यू ₹33,342 करोड़ रहा था।
वेदांता ने एक साल में दिया 74% रिटर्न
वेदांता का शेयर आज 0.18% बढ़कर ₹414 पर बंद हुआ। पिछले एक साल में कंपनी के शेयर ने अपने निवेशकों को 74% का रिटर्न दिया है। बीते 6 महीने में शेयर 46.29% चढ़ा है। कंपनी का मार्केट कैप 1.54 लाख करोड़ रुपए है।
क्या होता है स्टैंडअलोन और कंसॉलिडेटेड?
कंपनियों के रिजल्ट दो भागों में आते हैं- स्टैंडअलोन और कंसॉलिडेटेड। स्टैंडअलोन में केवल एक यूनिट का वित्तीय प्रदर्शन दिखाया जाता है। जबकि, कंसॉलिडेटेड या समेकित फाइनेंशियल रिपोर्ट में पूरी कंपनी की रिपोर्ट दी जाती है।
वेदांता के चेयरमैन और फाउंडर हैं अनिल अग्रवाल
वेदांता, जिंक, लेड, एल्युमिनियम और सिल्वर बनाने वाली दुनिया की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक है। इसके फाउंडर और चेयरमैन अनिल अग्रवाल इंडिया के मेटल मैन के नाम से जाने जाते हैं। इसके चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर (CEO) सुनील दुग्गल हैं