Stock markets: ग्लोबल बाजार मे आई गिरावट के चलते सेंसेक्स-निफ्टी भी आज 5 अगस्त को करीब 3 फीसदी की गिरावट लेकर बंद हुए हैं। बीएसई मिडकैप इंडेक्स में 3.5 फीसदी और स्मॉलकैप इंडेक्स में 4 फीसदी की गिरावट आई है। कारोबारी सत्र के अंत में सेंसेक्स 2,222.55 अंक या 2.74 फीसदी की गिरावट के साथ 78,759.40 पर और निफ्टी 662.10 अंक या 2.68 फीसदी की गिरावट के साथ 24,055.60 पर बंद हुआ है। आज लगभग 471 शेयरों में तेजी आई, 3082 शेयरों में गिरावट आई और 88 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ है।
निफ्टी में सबसे ज्यादा नुकसान वाले शेयरों में टाटा मोटर्स, अडानी पोर्ट्स, ओएनजीसी, हिंडाल्को, टाटा स्टील शामिल रहे। जबकि सबसे ज्यादा बढ़त वाले शेयरों में एचयूएल, नेस्ले, टाटा कंज्यूमर और एचडीएफसी लाइफ शामिल रहे। ऑटो, मेटल, कैपिटल गुड्स, ऑयल एंड गैस, पावर, मीडिया, रियल्टी इंडेक्स में 4 फीसदी तक की गिरावट के साथ सभी सेक्टोरल इंडेक्स लाल निशान पर बंद हुए। बीएसई मिडकैप इंडेक्स में 3.6 फीसदी और स्मॉलकैप इंडेक्स में 4.2 फीसदी की गिरावट आई।
6 जुलाई को कैसी रह सकती है बाजार की चाल
रेलिगेयर ब्रोकिंग के अजीत मिश्रा का कहना है कि आज सोमवार को बाजार में भारी गिरावट आई। कमजोर ग्लोबल संकेतों के कारण सेंसेक्स-निफ्टी में 2.5 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई। गिरावट के साथ शुरुआत के बाद, निफ्टी पूरे दिन गिरता रहा। इस क्रम में ये 23,950 पर स्थित 50 डे ईएमए सपोर्ट जोन को भी कुछ समय के लिए पार कर गया, फिर सुधरकर 24,055.60 के स्तर पर बंद हुआ। आगे चलकर, हमें कई ग्लोबल परेशानियों के कारण बाजार में भारी वोलैटिलिटी के साथ दबाव देखने को मिल सकता है। ग्लोबल बाजार के लिए येन कैरी ट्रेड्स की समाप्ति, अमेरिका में मंदी की आशंका और मध्य पूर्व में बढ़ते तनाव बड़ी दिक्कतें पैदा कर रहे हैं।
इंडेक्स की बात करें तो निफ्टी के लिए अब 23,250-23,400 के जोन में सपोर्ट नजर आ रहा है। जबकि 24,500-24,700 के जोन में रजिस्टेंस दिख रहा है। ट्रेडरों को इस बात को ध्यान रख कर ही अपनी पोजीशन तय करनी चाहिए और किसी जोखिम से बचने के लिए हेजिंग की रणनीति अपनानी चाहिए। वहीं, निवेशकों को इस करेक्शन में अच्छी क्वालिटी के शेयरों में खरीदारी करनी चाहिए।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के विनोद नायर का कहना है कि खराब रोजगार आंकड़ों के बाद अमेरिका में मंदी की आशंकाओं और येन में तेजी से बढ़त के बाद कैरी ट्रेड के बंद होने से ग्लोबल बाजार सतर्कता के मोड में आ गया। इसका असर घरेलू बाजार पर भी पड़ा और निकट भविष्य में भी इसका असर बने रहने की उम्मीद है। ऐतिहासिक आंकड़ों पर नजर डालें तो पता चलता है कि भारतीय बाजार ने लंबी अवधि में ग्लोबल बाजार की तुलना में बेहतर प्रदर्शन का एक ठोस ट्रैक रिकॉर्ड बनाया है। यह ट्रेंड बने रहने की उम्मीद है क्योंकि अच्छी नीतियों, राजकोषीय अनुशासन और अनुकूल राजनीतिक स्थिति की मदद से भारत की जीडीपी ग्रोथ इस पूरे दशक में मजबूत रहने का अनुमान है।
शेयरखान के जतिन गेडिया का कहना है कि निफ्टी ने गैप डाउन ओपनिंग की और पूरे दिन कमजोर रहा। यह आज 670 अंक नीचे बंद हुआ है। निफ्टी बजट के दिन के निचले स्तर 24075 से भी नीचे चला गया है। यह अपट्रेंड का उल्लंघन है। निफ्टी आज निर्णायक रूप से 20-डे मूविंग एवरेज (24575) से नीचे बंद हुआ है जो कमजोरी का संकेत है। ऐसा लगता है कि निफ्टी 21280 से 25078 तक आई रैली को वापस लेने की प्रक्रिया में है। निफ्टी का अहम फिबोनाची रिट्रेसमेंट लेवल 23628 पर है। वहीं, इसका 20 वीक मूविंग एवरेज 23280 पर है। ऊपर की ओर इसके लिए 24300 – 24350 पर तत्काल रजिस्टेंस है।
बैंक निफ्टी भी 50440 के पिछले स्विंग लो को पार कर गया है और इसके नीचे बंद हुआ है। ये गिरावट जारी रहने का संकेत है। इस गिरावट में ये 47650 – 47500 की ओर गिर सकता जहां इसका 200- डे मूविंग एवरेज स्थित है। 20-वीक का मूविंग एवरेज 49800 पर है, जो कुछ राहत प्रदान कर सकता है। हालांकि 50400 – 50500 की ओर आने वाली किसी रैली को बिकवाली के अवसर के रूप में इस्तेमाल किया जाना चाहिए।
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